किसान एक-दूसरे को गले मिल दे रहे बधाइयां
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
Kisan Andolan Ended 378 दिनों के धरने के बाद आखिर किसानों की जीत हो चुकी है। इसी खुशी में किसानों ने धरना समाप्त कर दिया है और आज फतेह मार्च शुरू हो गया है। किसानों का रास्ते में जगह-जगह फूलों की वर्षा कर भव्य स्वागत किया जाएा। बता दें कि दौरान धरना स्थल से जाते हुए किसानों को देख ऐसा नजारा लग रहा है जैसे कि कोई मेला खत्म हुआ हो और लोग मेला देखकर घर वापस जा रहे हों।
Kisan Andolan Ended किसान आंदोलन समाप्त हो गया अब किसान दिल्ली की सीमाओं से घर वापसी कर रहे हैं। किसान अपना सामान समेटते हुए एक दूसरे के गले मिल रहे हैं। भारी संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्रालियां लेकर आंदोलन स्थल से घर वापसी कर रहे हैं। भारी संख्या में निकले किसान काफिले के चलते सोनीपत में वाहनों का जाम लगा हुआ है। स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल सड़कों पर डटा हुआ है जोकि यातायात को दुरुस्त करने के लिए भरसक प्रयास कर रहा है। जत्थों में निकल रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने किसान जत्थेबंदियों से आग्रह किया है कि एक साथ न जाकर छोटे-छोटे जत्थों में घर के लिए निकलें इससे जाम की स्थिति पैदा नहीं होगी। दिल्ली के सिंघु, कुंडली और टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर से किसान आंदोलन खत्म कर अपने घरों को लौट रहे हैं।
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किसान आंदोलन खत्म कर अपने घरों को लौटने लगे हैं। भारी संख्या में किसान ट्रैक्टर ट्रालियों में सवार होकर काफिले के रूप अपने घरों के लिए निकल रहे हैं। इस कारण धरना स्थल से लेकर कई किलोमीटर तक वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई हैं। पुलिस यातायात को सुचारू करने के लिए पसीना बहा रही है। लेकिन किसानों के वाहनों की संख्या इतनी अधिक है कि पुलिस को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि वह अभी घर वापसी नहीं कर रहे हैं। वह 15 दिसंबर को यहां से निकलेंगे। इससे पहले उन सभी साथियों से मिलेंगे जिन्होंने इस महा आंदोलन में उनका साथ दिया है। उन्होंने कहा कि कल तक गाजीपुर बॉर्डर से अधिकतर किसान वापस चले जाएंगे। लेकिन मैं यहां से 15 तारीख को घर वापस जाऊंगा तब तक यहीं रहूंगा