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Lumpy Skin Disease : राजस्थान में लंपी स्किन डिसीज से इतनी गायों की मौत

• LAST UPDATED : August 3, 2022

इंडिया न्यूज, Rajasthan News (Lumpy Skin Disease): गुजरात के बाद अब राजस्थान में भी पशुओं में लंपी स्किन डिसीज (Lumpy Skin Disease) देखी जा रही है जिस कारण दुधारू पशु ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। अभी तक की बात करें तो राज्य में उक्त रोग से 3,500 गायें मर चुकी हैं और करीब 80 हजार गायें बीमार हैं।

15 जिलों में फैल चुकी बीमारी

15 से ज्यादा जिलों में यह बीमारी अपने पैर पसार चुकी है। इससे पशुओं की त्वचा पर गांठें पड़ रही हैं, जिससे लंगड़ेपन, बांझपन, गर्भपात और न्यूमोनिया जैसी दिक्कतें उभर रही हैं। पशुपालन विभाग के अनुसार यह बीमारी गुजरात से सटे सामीवर्ती जिलों के साथ ही जोधपुर संभाग में ज्यादा असर दिखा रही है। लगभग राज्य के आधे हिस्से में लंपी स्किन डिसीज पहुंच चुकी है।

बड़ी गौशालाओं में ज्यादा फैल रही बीमारी, अलर्ट जारी

गुजरात व पाकिस्तान बॉर्डर से लगे सात से ज्यादा जिलों में हजारों गायें लंपी स्किन रोग की चपेट में आ चुकी हैं। राजस्थान की बड़ी गौशालाओं में यह रोग ज्यादा फैल रहा है।

इन गौशालाओं में सैंकड़ों गायें एक दूसरे के संपर्क में आने की वजह से चपेट में आ रही हैं। राज्य सरकार के निर्देश के बाद पशुधन विभाग ने सभी प्रभावित जिलों व पड़ोसी जिलों में भी अलर्ट जारी किया है। इसी के साथ राजस्थान सरकार ने गौपालन एवं पशुधन विभाग की टीमें भी मैदान में उतार दी हैं।

विभागों को प्रभावी कदम उठाने के निर्देश

राजस्थान के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने इस बीच संबंधित विभागोें के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर हालात की समीक्षा की। उन्होंने बीमारी के उपचार व रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने के विभागों को निर्देश दिए हैं। पश्चिमी राजस्थान के जालोर, जैसलमेर, बीकानेर जोधपुर, बाड़मेर और सिरोही जिलों में गायों में यह संक्रामक रोग तेजी से फैल रहा है। कटारिया आज भी पशुपालन विभाग के साथ बैठक करेंगे। विभाग ने किसानों को एडवाइजरी जारी करने के साथ ही इस बीमारी से निपटने के लिए फंड भी दिया है।

अभी नहीं कोई टीका या दवाई, राजस्थान के दौरे पर केंद्रीय टीम

लंपी वायरस के संक्रमण को रोकने का अभी तक न तो कोई स्पेशल टीका उपलब्ध है और न ही इस रोग की रोकथाम के लिए बाजार में कोई दवाई है। पशु चिकित्सा विभाग महज बुखार की दवाइयों के साथ एंटीबायटिक दवाओं से ही इसका अब तक उपचार कर रहे हैं। संक्रमण के खतरे के मद्देनजर केन्द्रीय टीम राजस्थान के दौरे पर पहुंची है। टीम राज्य के वायरस संक्रमित जिलों का दौरा कर इस रोग पर काबू पाने के लिए जरूरी कदम उठाने का प्रयास करेगी।

राज्य में सामने आए इतने मामले और अब तक कुल इतनी मौतें

राजस्थान के जैसलमेर, उदयपुर, अजमेर, सिरोही, नागौर, पाली, जालोर और बाड़मेर जिले भी लंपी वायरस की चपेट में हैं। जोधपुर संभाग मुख्यालय से झुंझुनूं व सीकर तक इस रोग असर दिखा है। बीकानेर, गंगानगर और हनुमानगढ़ में भी संक्रमण के सबसे ज्यादा केस सामने आए हैं। पशुपालन विभाग के पास एक अगस्त तक 77 हजार 415 मामले आए हैं।

जानिए क्या है लंपी स्किन डिसीज के लक्षण

पशुपालन विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉक्टर आनंद सेजरा ने बताया लंपी स्किन बीमारी से संक्रमित पशु की पहचान आसानी से हो जाती है। इस वायरस के संक्रमण की चपेट में आने के बाद पशु को तेज बुखार आता है और उसके बाद उसकी शारीरिक क्षमताएं कम होने लगती हैं। कुछ दिन बाद ही संक्रमित पशु के शरीर पर चकते के निशान उभर आते हैं। यह रोग एक से दूसरी गाय के सिर्फ संपर्क में आने पर ही फैल रहा है।

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