India News (इंडिया न्यूज), Mango Benefits : आम का सीजन शुरू हो चूका है और इस सीजन में स्वास्थ्य लाभ भी लेना जरुरी है। आज हम आपको आम के उपयोग बता रहे है इसे जरूर लिख के रखे।
सुखी खासी : पके आम को गर्म राख में भूनकर खाने से सुखी खासी ख़त्म हो जाती है। यह प्रयोग खासी ठीक होने तक कर सकते है और इसका कोई नुकसान नहीं है।
भूख न लगना : आम के रस में 1 ग्राम सेंधा नमक तथा थोड़ी सी चीनी मिलाकर पीने से भूख बढ़ती है।
खून की कमी : एक गिलास देसी गाय का दूध और एक कप आम का रस मिक्स करके उसमें एक चम्मच शहद मिलाकर नियमित रूप से सुबह-शाम पीने से खून बढ़ता है।
दांत और मसूड़ों के लिए : आम की गुठली की गिरी पीसकर मंजन बनाके रख दीजिये और इससे मंजन कीजिये। दांत और मसूड़ों के सभी रोग दूर हो जाएंगे।
नाक से खून बहना : अगर गर्मी में नाक से खून बहता हो तो आम की गुठली की गिरी का एक बून्द रस नाक में टपकाएं, आराम मिलेगा।
आग से जलने पर : आम के पत्तों को जलाकर राख बना लीजिए और जले हुए स्थान पर राख को लगा दें, इससे जला हुआ अंग ठीक हो जाता है।
हाथ-पैरों की जलन: इसको लेकर आप आम के फूलों को रगड़ें जिससे जलन तुरंत दूर हो जाती है।
पाचन कमजोर : अगर आपका पाचन कमजाेर है तो आप 100 मिली मीठे आम के रस में 2 ग्राम सोंठ मिलाकर सुबह भूखे पेट पेट लें इससे आपकी पाचनशक्ति बढ़ेगी और याद रहे कि रेशेदार आम कब्जनाशक होते हैं और सेहत के लिए लाभदायक भी होते हैं।
शुगर : आम के 8-10 ताजे पत्ते रोजाना चबाकर खाने से शुगर कंट्रोल में रहता है।
बवासीर : आम के अंदर की छाल का रस दिन में 40 मिली सुबह-शाम पीने से बवासीर, रक्तप्रदर और खुनी दस्त में लाभ मिलता है। पर रस प्रतिदिन ताजा होना चाहिए।
यह भी पढ़ें : Papaya Benefits : कई बीमारियों में रामबाण इलाज है पपीता
यह भी पढ़ें : Water Like Nectar : पानी पीना हमारे लिए अमृत समान, अधिकांश बीमारों का यह करता है सफाया
चंडीगढ़ तभी पंजाब का हो सकता है जब हिंदी भाषा क्षेत्र हरियाणा को स्थानांतरित हो…
स्वर्गीय मास्टर भगवान सिंह ने अपने अध्यापक काल में बच्चों को उच्च संस्कार पैदा कर…
सोचै सोचि न होवई, जो सोची लखवार, चुपै चुपि न होवई, जे लाई रहा लिवतार…
पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर शुरू की तलाश India News Haryana (इंडिया न्यूज), Sirsa Girls…
सिनेमाघरों में फिर से फिल्म ने दी दस्तक, 21 साल पहले BO पर मचाया था…
India News Haryana (इंडिया न्यूज), Big Gift To Farmers: श्री गुरु नानक देव जी के…