इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली
MI 17 Helicopter Crash Breaking बुधवार को तमिलनाडू के कुन्नूर में हुए हेलिकॉटर क्रैश में बिपिन रावत, उनकी पत्नी सहित 13 लोग अकाल मौत का ग्रास बन गए, जिस कारण पूरे राष्टÑ को गहरी क्षति पहुंची है।
हादसे के बाद अब इस हादसे की जांच जांच एयर आॅफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (ट्रेनिंग कमांड) एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह करेंगे। यह बात रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में हादसे पर बयान देने के बाद कही। राजनाथ सिंह ने संसद में सैन्य अधिकारियों की मौत पर गहर दुख व्यक्त किया।
CDS Helicopter Crash: एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह दक्षिणी वायु कमान के प्रमुख हैं, उन्होंने इसी साल फरवरी में यह पदभार संभाला था। उसके बाद सितंबर में एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ का पद संभालते हुए वह वायु सेना में सेवाएं दे रहे हैं। मानवेंद्र सिंह ने वायु सेना में 29 दिसंबर 1982 को हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में फ्लाइंग ब्रांच में ज्वाइन किया था। इसके बाद वह कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए अपनी सेवाएं देते रहे हैं। अब मानवेंद्र सिंह को हेलीकॉप्टर हादसे की जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
वैसे तो एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। लेकिन 6600 घंटे से भी अधिक का उड़ान भरने का नाम भी मानवेंद्र सिंह के नाम ही है। एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह 1 नवंबर 2019 को वायुसेना हेडक्वॉरटर में बतौर महानिदेशक (निरीक्षण और सुरक्षा) पद का कार्यभार संभाल चुके हैं। अपनी लगभग चालीस साल की सर्विस के दौरान एयर आॅफिसर ने कई तरह केजटिल हेलिकॉप्टर और प्रशिक्षण विमान उड़ाए हैं। यही नहीं मानवेंद्र सिंह ने पश्चिमी मरूस्थल और कांगो लोकतांत्रिक गणतंत्र में उड़ान भरी है, यहां तक कि सियाचिन, उत्तर पूर्व उत्तराखंड दुर्गम क्षेत्रों में भी वह जहाजों को उड़ा चुके हैं।