इंडिया न्यूज, Monkeypox Virus: कोरोना के बाद अब नई आफत सामने आ रही है, जिसका नाम है मंकीपॉक्स। जी हां यह भी एक प्रकार का वायरस है। विश्व के 20 से ज्यादा देशों में मंकीपॉक्स ने अपने पांव पसार लिए हैं जोकि सभी के लिए चिंता का विषय है। बढ़ते मामलों के बाद मंकीपॉक्स रोग के प्रबंधन पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। बता दें भारत में एक भी मंकीपॉक्स का मरीज सामने नहीं आया। क्लिनिकल नमूने एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) नेटवर्क के माध्यम से एनआईवी पुणे शीर्ष प्रयोगशाला को भेजे जाएंगे केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय इस पर कड़ी नजर बनाए हुए है और इस बीमारी सम्बंधित गाइडलाइन्स को मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर भी पोस्ट किया है जिसे आप यहां क्लिक करके देख सकते हैं
दूसरे देशों में मंकीपॉक्स (एमपीएक्स) के मामलों की बढ़ती रिपोर्टों के मद्देनजर मंकीपॉक्स के प्रबंधन के लिए एक सक्रिय और जोखिम-आधारित दृष्टिकोण के हिस्से के रूप में और देश को आगे बढ़ाने के लिए तैयारियों के रूप में, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंकीपॉक्स रोग के प्रबंधन पर दिशा-निर्देश जारी किया। हालाँकि, अबतक देश में मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है।
इन गाइड लाइन्स में निगरानी और मामलों की पहचान पर जोर दिया गया है क्योंकि प्रकोप रोकथाम के लिए प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों के रूप में मानव-से-मानव संचरण के जोखिम को कम करने की जरूरत है।
मंकीपॉक्स मध्य और पश्चिमी अफ्रीकी देशों जैसे: कैमरून, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, कोटे डी आइवर, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, गैबॉन, लाइबेरिया, नाइजीरिया, कांगो गणराज्य और सिएरा लियोन में एंडेमिक के रूप में है। हालांकि, कुछ नॉन-एन्डेमिक देशों में भी मामले सामने आए हैं जैसे यूएसए, यूनाइटेड किंगडम, बेल्जियम, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, पुर्तगाल, स्पेन, स्वीडन, आस्ट्रेलिया, कनाडा, आस्ट्रिया, इजराइल, स्विट्जरलैंड आदि।
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