इशिका ठाकुर, India News Haryana (इंडिया न्यूज़), Young Man Murdered In America : करनाल के निसिंग गांव का 26 वर्षीय मोनू 2 साल पहले 35 लाख रुपए लगाकर अमेरिका गया था। जहां मोनू एक स्टोर पर अच्छे से काम कर रहा था। बेटे की मेहनत से मां बाप बड़े खुश थे। परिवार में खुशी का माहौल बना हुआ था। 26 दिन पहले मोनू स्टोर से काम खत्म करने के बाद अपने तीन दोस्तों के साथ अपने कमरे पर वापिस जा रहा था। रास्ते मे कुछ अज्ञात लोगों ने तीनों पर फायरिंग कर दी। जिससे कि तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
मंगलवार को करीब 26 दिन के बाद अमेरिका से मोनू की डेड बॉडी करनाल पहुंची। जहां पर उसके पैतृक गांव में परिवार के द्वारा नम आंखों से मोनू को अंतिम विदाई दी गई। जब से परिवार वालों को मोनू की हत्या की सूचना मिली थी तब से ही परिवार सरकार से उसकी डेड बॉडी को भारत लाने के गुहार लगा रहा था। कड़ी मशक्कत के बाद करीब 26 दिन बीत जाने के बाद उसका मंगलवार को करनाल में पहुंचा है।
मृतक मोनू के पिता पवन ने जानकारी देते हुए बताया कि मोनू को 2 साल पहले ही 35 लाख रुपए लगाकर अमेरिका में भेजा गया था। जहां पर वह एक स्टोर पर अच्छे से काम कर रहा था और उस स्टोर से फूड डिलीवरी करने का काम करता था। 12 जुलाई की सुबह जब वह अपना काम खत्म करके अपने कमरे पर वापस जा रहा था। तब कुछ लोगों ने उसके ऊपर फायरिंग कर दी। जिसमें उसकी मौत हो गई थी। उनके पिता ने कहा कि परिवार तब से ही उनके बेटे के शव को भारत लाने की गुहार लगा रहा था। ताकि वह अंतिम दर्शन अपने बेटे के कर सके।
उन्होंने कहा कि अमेरिका में जो हरियाणा और भारत से युवक रह रहे हैं। उन्होंने उनके बेटे के शव को भारत लाने में काफी मदद की है। उनके प्रयास से ही काफी देरी से ही सही उनके बेटे का शव भारत आ पाया है। उसके पिता ने इस मामले में उनकी सहायता करने वाले सभी लोगों का आभार भी व्यक्त किया। जिसकी वजह से वह अपने बेटे के अंतिम दर्शन कर सकें।
उन्होंने उसकी अंतिम विदाई अपने हाथों से ही की। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने बेटे को बड़े अरमानों के साथ वहां पर भेजा था। लेकिन उनको नहीं पता था कि उसके साथ वहां पर यह हादसा हो जाएगा। परिवार का इस हादसे के बाद रो-रो कर बुरा हाल है। आज उनके गांव में सैकड़ों की संख्या में लोग उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए और उनको नम आंखों से अंतिम विदाई दी है।
आपको बता दे कि मोनू अमेरिका में जाने से पहले पुर्तगाल में रहता था और वहां पर उसको परमानेंट सिटीजन भी मिली हुई थी। लेकिन वहां से वापस आकर उसने परिवार वालों को बोला कि उसको अमेरिका जाना है। जिसके चलते परिवार वालों ने 35 लाख रुपए कर्ज लेकर उसको अमेरिका में भेजा था और वह पिछले दो सालों से अमेरिका के न्यूयॉर्क सिटी में रह रहा था और काम कर रहा था।
जिस दिन मोनू के साथ यह हादसा हुआ, उस दिन मोनू अपने दो अन्य दोस्तों के साथ काम से लौट कर कमरे पर जा रहा था। तभी उनके ऊपर फायरिंग की गई थी। जिसमें तीन लोगों की मौत हुई थी। परिवार को अभी तक यह भी नहीं मालूम हुआ है कि उसकी हत्या क्यों और किसने की। मोनू अपने 5 भाई बहन में सबसे छोटा था, जो परिवार का सबसे दुलारा बेटा था, लेकिन इस हादसे से परिवार बिल्कुल टूट चुका है और उसका रो-रो कर बुरा हाल है।
Young man murdered in America : करनाल के युवक की अमेरिका में गोली मार कर हत्या
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