इंडिया न्यूज, मास्को (Most active volcano erupts in Russia) : रूस के सबसे ज्यादा एक्टिव माना जा रहा शिवेल्चु ज्वालामुखी मंगलवार को 16 साल बाद फट गया। इस ज्वालामुखी में इतना भयानक विस्फोट हुआ की इससे निकला धुआं 20 किलोमीटर की ऊंचाई तक देखा गया।
इसके साथ ही इस ज्वालामुखी से निकली राख भी कई सौ किलोमीटर तक फैल गई। जिसके चलते रूस के कई हिस्सों में स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा करते हुए लोगों को घरों में ही रहने के निर्देश दिए गए। बताया गया है कि कामाच्का पेनिनसुला में काफी समय तक एयर ट्रैफिक को बंद रखना पड़ा।
रिपोर्ट के मुताबिक ज्वालामुखी के फटने से उड़ी राख पश्चिम में 400 किलोमीटर और दक्षिण में 270 किलोमीटर तक फैल गई। वहीं इससे उठा धुंआ 1 लाख 8 हजार स्क्वेयर किलोमीटर में फैला, जो अभी भी फैलता जा रहा है। यह ज्वालामुखी फटने के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इससे आस-पास के इलाके में 8.5 इंच की राख की परत जम गई। मंगलवार से पहले ये ज्वालामुखी 2007 में फटा था। जिस चोटी पर ये ज्वालामुखी है, वो 2800 मीटर की ऊंचाई पर है।
ज्वालामुखी के असर से लोगों को बचाने के लिए स्थानीय प्रशासन ने 6 हजार किलोमीटर तक के इलाके के सभी स्कूलों को बंद कर दिया। लोगों को भी घरों में रहने की सलाह दी गई। रशियन एकेडमी आॅफ साइंस की रिपोर्ट के मुताबिक ये ज्वालामुखी पिछले 10 हजार सालों में केवल 60 बार ही फटा है। इस ज्वालामुखी के फटने से बच्चों व बुजुर्गों को खासतौर पर परेशानी हो सकती है इसके लिए रूस के स्वास्थ्य विभाग ने विशेष रूप से एडवाइजरी जारी कर दी है।