India News Haryana (इंडिया न्यूज), Shivraj Singh Chauhan : केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोयाबीन के समर्थन मूल्य को लेकर कहा कि, किसानों को उनके पसीने की पूरी कीमत देना एनडीए और मोदी सरकार की प्रतिबद्धता है। किसान कल्याण और उनका विकास मोदीजी की पहली प्राथमिकता है।
तीसरी बार प्रधानमंत्री बनते ही मोदी जी ने सबसे पहले पीएम किसान योजना की किस्त जारी की। चौहान ने कहा कि, किसान कल्याण के लिए हमने छह प्राथमिकताएं तय की है। उत्पादन बढ़ाना, लागत घटाना, फसलों का ठीक दाम देना, नुकसान की भरपाई, फसलों का विविधिकरण और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना। किसान अन्न के भंडार भरते हैं, वह अन्नदाता हैं, किसान जीवनदाता है। इसलिए हमारी सरकार किसान कल्याण में दिन-रात जुटी हुई है।
केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नरेन्द्र मोदी किसान हितैषी प्रधानमंत्री है और हमारी प्रतिबद्धता है कि, हम मिनिमम सपोर्ट प्राइस पर किसानों का सोयाबीन खरीदेंगे। किसानों को उनके पसीने की पूरी कीमत देना ये मोदी सरकार, एनडीए सरकार की प्रतिबद्धता है, और उसके लिए योजना है। महाराष्ट्र, कर्नाटक सहित तीन राज्यों ने सोयाबीन खरीदी की मांग की थी और उनको योजना अंतर्गत सोयाबीन खरीदी की अनुमति दी गई है।
उन्होंने कहा कि, हम मध्यप्रदेश सरकार के संपर्क में हैं, अभी सोयाबीन की फसल आने में थोड़ी देर है। खरीदी के लिए हमारी दो योजनाएं हैं, मध्यप्रदेश सरकार उनमें से किसी भी योजना के अंतर्गत मिनिमम सपोर्ट प्राइस पर सोयाबीन खरीदने की तैयारी करेगी, हम तत्काल अनुमति देंगे। क्योंकि ये तो मोदी जी की प्राथमिकता है, किसान को उसके उत्पादन का ठीक दाम देना। चौहान ने कहा कि, मैं मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों के किसान भाईयों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि, जो मिनिमम सपोर्ट प्राइस हमने तय किए हैं, उस पर जो सरकार की योजना है, उसके तहत राज्य सरकार जैसे चाहेगी वैसे खरीदी करेगी और हम तत्काल अनुमति देंगे।
केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि, राहुल गांधी, नेता प्रतिपक्ष है, और नेता प्रतिपक्ष का पद, जिम्मेदारी का पद होता है। मैं राहुल जी को याद दिलाना चाहता हूं कि, जब श्रीमान अटल बिहारी बाजपेई जी नेता प्रतिपक्ष थे और नरसिंह राव जी प्रधानमंत्री हुआ करते थे, तब कई मामलो में भारत का प्रतिनिधित्व अटल जी करते थे। देश के बाहर कभी भी नेता प्रतिपक्ष ने देश की छवि खराब करने की कोशिश नहीं की, लेकिन राहुल गांधी ऐसे नेता हैं जो कुंठाग्रस्त हैं।
लगातार तीसरी बार कांग्रेस पार्टी के हारने के कारण उनके मन में बीजेपी, संघ और मोदी विरोध बैठ गया है, और वो विरोध करते करते देश का ही विरोध करने लगे हैं। देश के बाहर कांग्रेस और बीजेपी नहीं होती, देश के अंदर हम मुद्दों पर लड़ सकते हैं, लेकिन देश के बाहर केवल भारत होता है। लगातार राहुल गांधी जी देश की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं और देश की छवि खराब करने की कोशिश देशद्रोह जैसी सीमा में ही आता है।
केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि, राहुल गांधी जी का व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण है। राहुल गांधी जी भारत जोड़ो यात्रा तो करते हैं, लेकिन वो कभी ना भारत से जुड़ पाए ना भारत की जनता से जुड़ पाए, ना यहां की संस्कृति, जीवनमूल्यों और परंपराओं से जुड़ पाए। श्री चौहान ने कहा कि, जब मनमोहन सिंह जी प्रधानमंत्री थे, तब मैं भी अमेरिका गया था, तो मुझसे अमेरिका में पूछा गया था कि, क्या भारत के प्रधानमंत्री अंडर अचीवर हैं।
मैंने कहा था, वो भारत के प्रधानमंत्री हैं, और हमारा प्रधानमंत्री कभी भी अंडर अचीवर नहीं हो सकता। एक भावना राष्ट्र प्रेम की होती है। वहीं शिवराज सिंह ने कहा कि, मैं पूछना चाहता हूं कि, आखिर संविधान पर हमले किसने किए..? इमरजेंसी किसने लगाई..? संविधान को तार-तार करने का पाप किसने किया..? जिनमें राष्ट्र प्रेम की भावना नहीं है, वह भारत की माटी से कभी जुड़ नहीं सकते हैं।
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