विधेयकों के पास होते ही राज्यसभा को भी निर्धारित समय से एक दिन पहले अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। इससे पहले लोकसभा का सत्र भी गुरुवार को निर्धारित समय से एक दिन पहले अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। यह सत्र काफी ऐतिहासिक रहा। चार दिसंबर को शुरू हुआ 17वीं लोकसभा का यह 14वां सत्र था। नए क्रिमिनल लॉ बिल के तहत नाबालिग से रेप के दोषी को उम्रकैद या फांसी की सजा होगी। गैंगरेप के दोषी को 20 साल तक की सजा या जिंदा रहने तक जेल की सजा होगी। मॉब लिंचिंग मामले में फांसी की सजा होगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिलों पर चर्चा का जबाव देते हुए कहा, जो लोग सदन के बाहर पूछते हैं कि इस कानून से क्या होगा? मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि इसके लागू होने के बाद तारीख पर तारीख का जमाना नहीं रहेगा। किसी भी मामले में 3 साल में न्याय दिलाने का उद्देश्य है।
संसद के सत्र के दौरान 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में सेंध के बाद विपक्ष ने सदन के अंदर जमकर हंगामा किया। इसके चलते लोकसभा और राज्यसभा से रिकॉर्ड 146 विपक्षी सांसदों को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं गुरुवार को सत्र के समापन पर स्पीच देते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा, सत्र में 14 बैठकें की गईं, जो लगभग 61 घंटे और 50 मिनट तक चलीं।
यह भी पढ़ें : Sakshi Malik ने कुश्ती छोड़ी, जूते निकालकर टेबल पर रखे
यह भी पढ़ें : WFI Elections : संजय सिंह बने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बने
यह भी पढ़ें : Mansukh Mandaviya on Covid : हमें सतर्क रहने की जरूरत, घबराने की नहीं