India News Haryana (इंडिया न्यूज), Noida : किसानों के ‘दिल्ली चलो’ विरोध मार्च से पहले नोएडा-दिल्ली के कुछ हिस्सों में 3-स्तरीय सुरक्षा योजना लागू की गई है और सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवहरि मीना के अनुसार”हम ‘दिल्ली चलो’ मार्च को लेकर किसानों से लगातार बातचीत कर रहे हैं। कल भी हमने उनसे 3 घंटे बातचीत की। हमने 3 स्तरीय सुरक्षा योजना भी तैयार की है…करीब 5,000 पुलिसकर्मी विभिन्न स्थानों पर तैनात किए हैं।इतना ही नहीं, करीब 1000 पीएससी कर्मियों को भी तैनात किया है।
पुलिस का कहना है कि वे लगातार किसानों से संवाद कर रहे हैं और यातायात प्रबंधन पर भी ध्यान दे रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए यातायात एडवाइजरी भी जारी की गई है। इतना ही नहीं, आपातकालीन और यातायात प्रबंधन के लिए वाटर कैनन, टीजीएस दस्ता, अग्निशमन दस्ता और अन्य को तैनात किया गया है।
इस बीच, उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने किसानों से संपर्क किया है और उनसे बातचीत के जरिए अपने मुद्दों को सुलझाने का आग्रह किया है। राजा महेंद्र प्रताप की 138वीं जयंती के अवसर पर रविवार को अपने संबोधन में वीपी धनखड़ ने कहा, “हमें याद रखना चाहिए कि हम अपनों से नहीं लड़ते, हम अपनों को धोखा नहीं देते। धोखा दुश्मन के लिए होता है, जबकि अपनों को गले लगाना होता है।
जब किसानों के मुद्दों का तेजी से समाधान नहीं हो रहा है तो कोई चैन की नींद कैसे सो सकता है? मुझे खुशी है कि कृषि मंत्री शिवराज चौहान पहले ही चर्चा कर चुके हैं और हम इस पर सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। मैं अपने किसान भाइयों से अपील करता हूं कि वे समझें कि इस देश में बातचीत और आपसी समझ से मुद्दों का समाधान होता है।”
भारतीय किसान परिषद (बीकेपी), किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम), संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) और अन्य किसान संगठनों ने पहले घोषणा की थी कि वे नए कृषि कानूनों के तहत मुआवजे और लाभ की मांग को लेकर सोमवार को दिल्ली की ओर मार्च करेंगे। बीकेपी नेता सुखबीर खलीफा के नेतृत्व में पहला समूह 2 दिसंबर को दोपहर में नोएडा के महा माया फ्लाईओवर के नीचे से अपना मार्च शुरू करेगा।
बीकेपी नेता सुखबीर खलीफा ने बताया, “हम दिल्ली की ओर अपने मार्च के लिए तैयार हैं। मालूम रहे कि इससे पूर्व किसान मजदूर संघर्ष समिति (केएमएससी) के महासचिव सरवन सिंह पंडेर भी कह चुके हैं कि शंभू सीमा (पंजाब-हरियाणा सीमा) पर हम लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी सहित अपनी मांगों को लेकर 6 दिसंबर को दिल्ली की ओर कूच करेंगे।