India News Haryana (इंडिया न्यूज), Parliament Attack 2001 : संसद पर हमले की आज 23वीं बरसी है और इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi), सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई अन्य नेताओं ने हमले के दौरान शहीद बहादुर जवानों को श्रद्धांजलि है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटर्फाम ‘एक्स’ पर कहा, वीर जांबाजों का बलिदान देश को हमेशा प्रेरित करेगा। हम उनके साहस और समर्पण के लिए हमेशा कृतज्ञ रहेंगे।
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Parliament Attack 2001 : 13 दिसंबर, 2001 को संसद पर हुआ था हमला
मालूम रहे कि 13 दिसंबर, 2001 को संसद पर हुए हमले में दिल्ली पुलिस के 5 कर्मी, दो संसद सुरक्षा सेवा कर्मचारी, एक सीआरपीएफ कांस्टेबल और एक माली की मौत हो गई थी। शहीद हुए पांच दिल्ली पुलिसकर्मियों में-सहायक उपनिरीक्षक जगदीश, मतबर, कमलेश कुमारी, नानक चंद और रामपाल थे। प्रतिबंधित पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के आतंकियों ने वारदात को अंजाम दिया था।
हमले के दौरान संसद में थे इतने लोग
संसद पर हमले के दौरान जवाबी कार्रवाई में 5 आतंकी मारे गए थे। उस समय संसद भवन के अंदर प्रमुख राजनेताओं सहित 100 से अधिक लोग मौजूद थे। बंदूकधारी अपनी कार पर गृह मंत्रालय और संसद का एक नकली स्टिकर का प्रयोग कर संसद परिसर में दाखिल हुए थे। दाखिल होते ही उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी थी। उनके पास एके47 राइफल, ग्रेनेड लांचर और पिस्तौल थे।
यह भी बता दें कि बंदूकधारियों ने अपनी गाड़ी उपराष्ट्रपति कृष्णकांत की कार में घुसा दी थी उस दौरान उपराष्ट्रपति कृष्णकांत संसद भवन में थे। इसी पर उपराष्ट्रपति के गार्ड और सुरक्षाकर्मियों ने आतंकियों पर जवाबी गोलीबारी की और फिर परिसर के दरवाजे बंद करने शुरू कर दिए। देश की सुरक्षा एजेंसियों और दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने कहा कि बंदूकधारियों को पाकिस्तान से हमले के निर्देश मिले थे।