नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने (PM Modi in Nepal LIVE) सोमवार को नेपाल के प्रधानमंत्री के साथ लुंबिनी बौध्द विहार क्षेत्र में भारत अंतरराष्ट्रीय बौद्ध संस्कृति और विरासत केंद्र के निर्माण कार्य के लिए आधारशिला रखी. वहीं यह कार्य पूरा होने के बाद विश्व स्तरीय सुविधाओं वाला केंद्र बन जाएगा. जहां दुनियाभर से आऩे वाले श्रद्धालु और पर्यटक बौद्ध धर्म के आध्यात्मिक पहलुओं का आनंद ले सकेंगे।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर कहा है कि हमारे सांस्क़तिक संबंधो को आगे ले जाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi in Nepal LIVE) और शेर बहादुर देउबा ने विरासत केंद्र का शिल्यान्यास किया. वहीं उन्होंने कहा है कि इस केंद्र का निर्माण अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ कर रहा है. यह बौद्ध केंद्र अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा और यह नेपाल में पहला शुन्य कार्बन उत्सर्जन होगा।
भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है इस केंद्र निर्माण भारत स्थित अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ कर रहा है. इसके लिए आईबीसी को लूंबिनी विकास ट्रस्ट द्वारा एक भूखंड आवंटित किया गया है. आईबीसी और लूंबिनी विकास ट्रस्ट के बीच 2022 में एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ था ।
शिलान्यास समारोह के बाद दोनो प्रधानमंत्रियों ने केंद्र के एक मॉडल का भी अनावरण किया, शिलान्यास के लिए पूजा अर्चना तीन प्रमुख बौद्ध पंरपराओं थेरवाद. महायान और वज्रयान से संबध भिक्षुओं ने की ।