देश

PM Modi statement on ‘Sengol’ : सेंगोल’ सत्ता हस्तांतरण का प्रतीक : मोदी

  • 1947 में अंग्रेजों से सत्ता के हस्तांतरण के प्रतीक ‘सेंगोल’ (राजदंड) को उचित सम्मान मिलना चाहिए था : प्रधानमंत्री

India News (इंडिया न्यूज़) PM Modi statement on ‘Sengol’ नई दिल्ली:  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर जबदस्त निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि 1947 में अंग्रेजों से सत्ता के हस्तांतरण के प्रतीक ‘सेंगोल’ (राजदंड) को आजादी के बाद उचित सम्मान मिलना चाहिए था, लेकिन इसे प्रयागराज के आनंद भवन में ‘छड़ी’ के रूप में प्रदर्शित किया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘आपकी सेवक’ और हमारी सरकार ‘सेंगोल’ को प्रयागराज के आनंद भवन से निकालकर ले आई है। आनंद भवन नेहरू परिवार का निवास स्थान था, जिसे एक संग्रहालय में बदल दिया गया है।

मोदी ने कहा कि ‘सेंगोल’ की अहमियत न सिर्फ इसलिए है, क्योंकि यह 1947 में सत्ता हस्तांतरण का पवित्र प्रतीक था, बल्कि यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह पूर्व-औपनिवेशिक भारत की गौरवशाली परंपराओं को स्वतंत्र भारत के भविष्य से जोड़ता है। मोदी ने कहा कि आज़ादी के बाद पवित्र ‘सेंगोल’ को अगर उचित सम्मान दिया जाता, तो अच्छा होता, लेकिन इसे प्रयागराज के आनंद भवन में ‘छड़ी’ के तौर पर प्रदर्शित करने के लिए रख दिया गया।

उन्होंने कहा कि 1947 में अंग्रेजों से सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक को लेकर सवाल खड़ा हुआ था और सी राजगोपालाचारी और अधीनम के मार्गदर्शन में ‘सेंगोल’ के माध्यम से प्राचीन तमिल संस्कृति से सत्ता हस्तांतरण का पवित्र जरिया खोजा गया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के तौर पर 1947 में तिरूवदुतुरई के अधीनम ने विशेष ‘सेंगोल’ बनाया था। उन्होंने कहा, “आज उस दौर की तस्वीरें हमें तमिल संस्कृति और आधुनिक लोकतंत्र के रूप में भारत की नियति के बीच गहरे भावनात्मक बंधन की याद दिला रही हैं। आज इतिहास के पन्नों से इस गहरे बंधन की गाथा जीवंत हो उठी है।” प्रधानमंत्री ने कहा, “हमें यह भी पता चला कि इस पवित्र प्रतीक के साथ कैसा व्यवहार किया गया।”

Connect With Us : Twitter, Facebook

Harpreet Singh

Share
Published by
Harpreet Singh

Recent Posts