इंडिया न्यूज, पटना Poisonous liquor case in Bihar : बिहार में जहरीली शराब पीने से हो रहा मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा। सोमवार रात से मौत होना शुरू हो गई थी और ताजा आंकड़ों के अनुसार यह 60 से ज्यादा हो चुकी हैं। बिहार में जहरीली शराब का मामला प्रदेश विधानसभा से लेकर संसद तक उठ चुका है। मंगलवार से ही प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्ष इस मामले में सरकार को घेरने की कोशिश में जुटा है। जिससे विधानसभा का माहौल गर्माया हुआ है। गुरुवार को मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कहा था कि जो जहरीली शराब पीएगा वह मरेगा ही।
बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री ने विपक्ष के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि जहरीली शराब पीने से मरने वालों को हम कोई मुआवजा दें यह सवाल ही पैदा नहीं होता। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश में शराब बंदी है तो लोगों को सर्तक रहना चाहिए। उन्हें पता होना चाहिए कि जो लोग चोरी शराब बना रहे हैं वह सुरक्षित नहीं है।
जहरीली शराब से सबसे ज्यादा मौत मरशक क्षेत्र में हुई हैं। जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि यहां थाने के मालखाने में रखा स्प्रिट का पूरा ड्रम खाली मिला है। शक जताया जा रहा है कि शराब बनाने में स्प्रिट का प्रयोग किया गया हो। दूसरी तरफ गत दिवस थानेदार सहित दो पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया था। जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग गया है।
यह भी पढ़ें : Congress President Kharge ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना