India News (इंडिया न्यूज), Property of Prakash Singh Badal, चंडीगढ़ : प्रदेश के वयोवृद्ध नेता और शिरोमणि अकाली दल के सरपरस्त प्रकाश सिंह बादल हमारे बीच नहीं रहे। बीती शाम मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन के चलते प्रदेश में एक दिन की सरकारी छुट्टी का ऐलान किया है वहीं केंद्र ने दो दिन के राष्टÑीय शोक का ऐलान किया है।
पंजाब के साथ-साथ देश की राजनीति में बादल परिवार की पहचान बनाने वाले प्रकाश सिंह बादल न केवल राजनीति में एक सम्मानित व्यक्ति थे। बल्कि वे आर्थिक रूप से भी बहुत ज्यादा संपन्न थे। बादल परिवार को पंजाब के सबसे ज्यादा अमीर राजनीतिक घरानों में से एक माना जाता है। खुद सुखबीर सिंह बादल कई बार इंटरव्यू में इस बात का जिक्र कर चुके हैं कि उनके पूर्वज आर्थिक रूप से बहुत संपन्न थे और अमीरी उन्हें विरासत में मिली है। आज जबकि प्रकाश सिंह बादल नहीं रहे तो हम आपको बता रहे हैं कि वे कितनी संपत्ति अपने परिवार के लिए छोड़कर गए हैं।
प्रकाश सिंह बादल द्वारा अंतिम बार दिए गए हलफनामे की बात करें तो वे 15.12 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति के मालिक थे। जबकि 2017 में करीब 14.50 करोड़ की कुल चल-अचल संपत्ति थी। इसमें करीब 5.46 करोड़ की चल व 9.39 करोड़ अचल संपत्ति थी। प्रकाश सिंह बादल पर पिछले पांच वर्षों में 2.75 करोड़ रुपए का कर्ज भी हुआ था। उनके पास सिर्फ 2.49 लाख रुपये की नकदी थी। 1,39,77,294 रुपए विभिन्न बैंकों में जमा हैं। इसके अलावा 6,34,38,077 रुपए के उनके पास बांड, शेयर व म्यूचुअल फंड थे। यही नहीं उनके पास 3.89 लाख का एक ट्रैक्टर है। बादल के पास कोई गाड़ी नहीं थी। छह लाख का सोना भी उनके पास था।
बादल गांव के साथ राजस्थान में भी जमीन
हल्फनामे में दी गई जानकारी की बात करें तो प्रकाश सिंह बादल के पास गांव बादल में 120 कनाल, चक्क 14 एडीएस (राजस्थान) में 0.127 हेक्टेयर, राणिया में 21 कनाल 9 मरला और बालासर में 213 कनाल 15 मरला कृषि योग्य जमीन है। गैर-कृषि में राणियां में 5 कनाल 7 मरले, बालासर में 9 कनाल के अलावा चक्क-14 एसडीएस और बादल गांव में भी जमीन है। गांव बादल में स्थित घर उनके नाम पर ही है।
प्रकाश सिंह बादल का रसूख न केवल पंजाब की राजनीति बल्कि राष्टÑीय राजनीति में भी बहुत ज्यादा था। बादल परिवार से कई बार केंद्रीय मंत्री बने। प्रकाश सिंह बादल की इज्जत न केवल उनकी सहयोगी पार्टियां बल्कि विपक्षी नेता भी बहुत ज्यादा करते थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भी बादल को मिलते थे तो उनके पांव छूते थे।
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