इंडिया न्यूज़, पेरिस (Protests in France against Government): राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाने के फैसले के बाद से फ्रांस में लोगों का विरोध प्रदर्शन कम होने का नाम नहीं ले रहा है। फ्रांस के नागरिक पेंशन सुधार के खिलाफ महीनों से चल रहे विरोध आंदोलन का हिस्सा रहे हैं जिसने फ्रांस और मैक्रॉन में सामाजिक तनाव को बढ़ा दिया है और उनकी सरकार ने रास्ता देने से इनकार कर दिया है।
वीरवार को प्रदर्शनकारियों ने कई लग्जरी ब्रैंड्स के शोरूम में तोड़फोड़ कर दी। सड़क पर खड़ी गाड़ियों में आग भी लगा दी। प्रदर्शन के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। पेरिस समेत कई शहरों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई। फ्रांस 24 की रिपोर्ट के मुताबिक, 3 लाख 80 हजार लोग सड़कों पर उतरे। इनमें से 42 हजार लोगों ने पेरिस में प्रोटेस्ट किया।
दरअसल, फ्रांस में नई पेंशन योजना का विरोध पिछले 3 महीन से जारी है। इसके तहत रिटायरमेंट की उम्र 62 से बढ़ाकर 64 की गई है। मार्च 2023 में रिटायरमेंट एज बढ़ाने वाला बिल संसद में पारित होकर कानून बन गया था। इसका विरोध हुआ, जिसके बाद आज फ्रांस की कॉन्स्टिट्यूशन काउंसिल फैसला सुनाएगी कि आखिर ये कानून संविधान की नजर में सही है या नहीं और क्या इसे लागू किया जाना चाहिए या नहीं।