इंडिया न्यूज, नई दिल्ली (Quad meeting in Delhi) : क्वाड (क्वाड्रीलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग) के सदस्य देशों की बैठक नई दिल्ली में चल रही है। बैठक की अध्यक्षता भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर कर रहीे हैं। ज्ञात रहे कि क्वाड में भारत के अलावा जापान, अमेरिका और आस्ट्रेलिया शामिल हैं।
इस बैठक के माध्यम से इन देशों ने चीन को दो टूक कहा है कि उसे अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करना ही होगा। ऐसा करने पर ही क्वाड उसके लिए खतरा नहीं होगा। बैठक में एस जयशंकर के अलावा अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, आस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग और जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी भी शामिल हैं। बैठक के दौरान सभी ने अपनी-अपनी बात रखी है।
जयशंकर ने कहा कि क्वाड 2023 में काम कर रहा है, क्योंकि मुझे लगता है कि हमारे पास काफी रणनीतिक स्पष्टता और अच्छी समझ के साथ अच्छी लीडरशिप है। उन्होंने कहा, हम काउंटर टेररिज्म वर्किंग ग्रुप पर सहमत हुए। इसी के साथ भारतीय विदेश मंत्री ने कहा, हम इंडियन ओशन ड्रीम एसोसिएशन के साथ अधिक निकटता से सहयोग करने पर भी सहमत हुए हैं।
भारतीय विदेश मंत्री ने कहा, हम सामूहिक रूप से क्षेत्र के लिए विभिन्न विकल्पों की पेशकश कर रहे हैं और कई देश क्वाड संग काम करने में रुचि रखते हैं। समुद्री सुरक्षा के मामले में एक-दूसरे की नौसैनिक और सैन्य सुविधाओं तक पहुंच बनाना मुश्किल था, पर अब नजरिया बदल गया है।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा, क्वाड अब प्राकृतिक आपदाओं में मानवीय स्थितियों से निपटने के लिए विश्वभर में देशों की सहायता के मकसद से एक साथ काम कर रहा है। उन्होंने कहा, हम उन चीजों पर काम कर रहे हैं, जो वास्तव में महत्वपूर्ण हैं। यह एक सैन्य समूह नहीं है। एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि रूसी आक्रामकता के परिणामस्वरूप यूक्रेन में क्या हो रहा है, इस पर हम ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। यह केवल यूक्रेन व यूरोप ही नहीं बल्कि ये पूरी दुनिया के लिए मायने रखता है।
आस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग ने कहा कि भारत एक शक्ति है, भारत के बिना इंडो पैसिफिक का कोई पुनर्निर्धारण नहीं हो सकता है। हमने देखा है कि भारतीय एक सभ्यतागत शक्ति है जो इस समय की कुछ चुनौतियों के लिए एक अलग दृष्टिकोण लेकर आता है।
जापानी विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी ने क्वाड एक सैन्य समूह नहीं है। हम चीन समेत किसी को बाहर करने की कोशिश नहीं करते हैं। जब तक चीन अंतरराष्ट्रीय मानदंडों और कानूनों का पालन करता है तब तक यह चीन और क्वाड के बीच परस्पर विरोधी मुद्दा नहीं है।