इंडिया न्यूज, नई दिल्ली (Rahul Gandhi Cambridge Speech) : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पिछले दिनों कैम्ब्रिज में दिए अपने भाषण पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी देश के सम्मान को नुकसान पहुंचाने की कोशिश नहीं की। राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने अपने भाषण में मात्र एक व्यक्ति की आलोचना की थी न कि भारतीय सरकार की। राहुल गांधी ने कहा कि इसके साथ ही उन्होंने किसी भी देश को हस्तक्षेप करने की मांग नहीं की। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि संसद की कार्यवाही न चलने देना भाजपा की चाल है। उन्होंने कहा कि सरकार अडाणी से संबंधित मुद्दे को गौण करने के लिए बिना मतलब उनके भाषण पर तूल दे रही है।
उन्होंने कहा, मैं क्लियर कर दूं कि मैंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया। केवल लोकतंत्र पर बोला, न कि किसी देश को हस्तक्षेप करने के लिए मैंने कहा। राहुल ने यह भी कहा, मैंने अपने कैम्ब्रिज वाले भाषण में केवल एक व्यक्ति की आलोचना की थी न की सरकार के खिलाफ मैंने कुछ बोला था। कांग्रेस सांसद ने अडाणी का नाम लिए बिना कहा कि उन्होंने एक उद्योगपति की बात की थी और उसका सरकार से कोई सरोकार नहीं है।
दरअसल दिल्ली में आज भारत की जी20 अध्यक्षता पर विदेश मंत्री एस जयशंकर की अध्यक्षता में संसदीय सलाहकार समिति की बैठक हुई और जयशंकर ने समिति के सदस्यों को जी20 की अध्यक्षता पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। इस दौरान बीजेपी नेताओं और राहुल के बीच बैठक में नोकझोंक भी हुई। राहुल का नाम लिए बिना बीजेपी सांसदों ने बोला तो राहुल ने बीच में ही टोककर कहा मुझे पता है कि आपका अप्रत्यक्ष संदर्भ मेरे बारे में है, लेकिन मैं साफ कर दूं कि मैंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया। बीजेपी के एक सांसद ने नेताओं द्वारा विदेशी जमीन पर भारतीय लोकतंत्र की बात कर राजनीतिक लाभ कमाने की कोशिश का मुद्दा उठाया था।
राहुल की इस टिप्पणी के बाद एक अन्य बीजेपी सांसद ने पलटवार कर कहा कि इस बारे में बोलने के लिए यह उपयुक्त मंच नहीं है। बैठक में मौजूद कुछ अन्य सांसदों ने भी बीजेपी सांसद द्वारा रखे गए तर्क का समर्थन किया, जबकि कई विपक्षी सांसदों ने राहुल के लंदन दौरे के दौरान की गई उनकी टिप्पणियों के अप्रत्यक्ष संदर्भ के मद्देनजर स्पष्टीकरण देने या अपना बचाव करने के अधिकार का समर्थन किया।
बता दें कि लंदन में राहुल गांधी द्वारा हाल ही में की गई टिप्पणी को लेकर केंद्र की बीजेपी सरकार ने उनकी आलोचना की। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, मंत्रियों अनुराग ठाकुर, स्मृति ईरानी और किरेन रिजिजू ने राहुल के खिलाफ बोलते हुए माफी तक की मांग की। बीजेपी नेताओं ने कहा कि यह देश की छवि को विदेशों में खराब करने के समान है। पिछले हफ्ते, इसके चलते संसद के दोनों सदनों में कोई कामकाज नहीं हुआ।