मिश्रा के मुताबिक पीड़िता ने अपने पति कान्हा गमेती के अलावा सूरज, बेनिया, नेतिया, नाथू और महेंद्र के खिलाफ जबरन मोटरसाइकिल पर ले जाने और गांव में निर्वस्त्र कर घुमाने का मामला दर्ज कराया है। बयान में गया है, “मुख्य आरोपी कान्हा, नेतिया, बेनिया, पिंटू और एक नाबालिग के अलावा अपराध के प्रत्यक्षदर्शी पुनिया, खेतिया और मोतीलाल को हिरासत में लिया गया है।
शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात
पुलिस ने बताया कि भागने की कोशिश में कान्हा, नेतिया और बेनिया घायल हो गए और उनका इलाज प्रतापगढ़ जिला अस्पताल में किया जा रहा है। बयान के अनुसार, “बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। इलाके में शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।” धरियावद के थाना प्रभारी पेशावर खान ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि महिला किसी अन्य पुरुष के साथ रिश्ते में थी।
पुलिस ने बताया कि महिला के ससुराल वाले उसे अगवा कर अपने गांव ले गए, जहां बृहस्पतिवार को यह घटना घटी। उसने बताया कि पीड़िता के ससुराल वाले उससे नाराज थे, क्योंकि वह दूसरे पुरुष के साथ रह रही थी। पुलिस के अनुसार, आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 6 टीमें गठित की गई हैं और प्रतापगढ़ के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार गांव में डेरा डाले हुए हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने एडीजी (अपराध) दिनेश एमएन को शुक्रवार रात प्रतापगढ़ भेजा। गहलोत ने घटना का संज्ञान लेते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “एक सभ्य समाज में ऐसी घटनाओं के लिए कोई जगह नहीं है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर उनके खिलाफ फास्ट ट्रैक अदालत में मुकदमा चलाया जाएगा।”
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने आरोप लगाया कि एक गर्भवती महिला को निर्वस्त्र कर लोगों के सामने घुमाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था, लेकिन प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं थी। उन्होंने लोगों से उक्त वीडियो साझा न करने की अपील करते हुए कहा कि इस घटना ने राजस्थान को शर्मसार किया है।
यह भी पढ़ें : Kurukshetra Crime News : पहले युवक का किया अपहरण, फिर मुंह पर किया पेशाब
यह भी पढ़ें : Crimes Against Women in Haryana : महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में फरीदाबाद और गुरुग्राम सबसे आगे