इंडिया न्यूज, Earthquake In Rajasthan : राजस्थान में एक के बाद एक भूकंप के झटके लोगों ने महसूस किए। बता दें कि जयपुर, बीकानेर टोंक, श्रीगंगानगर, जालोर और बूंदी जैसे शहरों में ये झटके महसूस किए गए। बता दें कि जिस समय रात को भूकंप आया तो उस दौरान गहरी नींद में सोये हुए थे।
डर के मारे लोग घरों से बाहर निकल आए। दरवाजे-खिड़कियां और पंखे काफी समय तक लोगों ने हिलते देख। गनीमत रही कि जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। मालूम हुआ है कि भूकंप का केंद्र जयपुर और गंगानगर में काफी गहरे धरातल में रहा। इसकी तीव्रता की बात करें तो रिक्टर स्केल पर 3.7 रिकॉर्ड दर्ज की गई है।
आपको बता दे दें कि धरती मुख्य तौर पर 4 परतों से बनी होती है। इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैनटल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं। ये 50 किलोमीटर की मोटी परत होती है जोकि कई वर्गों में बंटी हुई है, जिसे टैक्टोनिक प्लेट्स कहते हैं। ये टैक्टोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर कंपन करती रहती है और जब इस प्लेट में बहुत ज्यादा कंपन हो जाती है तो धरती तेजी के साथ हिलती है, जिसे हम भूकंप कहते हैं।
आज आपको बताते हैं कि रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाला भूकंप माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है। इसमें नाममात्र की ही कंपन होती है। जानने योग्य है कि रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप विश्वभर में प्रतिनिद आते जाते हैं। इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है।
ऐसे 1,000 भूकंप प्रतिदिन आते हैं सामान्य तौर पर हम इसे भी महसूस नहीं करते। वेरी लाइट कैटेगरी में 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले भूकंप होते हैं, जो एक साल में 49,000 बार दर्ज किए जाते हैं। लाइट कैटेगरी के भूकंप 4.0 से 4.9 तीव्रता वाले होते हैं। वहीं अगर इससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप में काफी जान-माल के नुकसान का भय रहता है। ज्ञात रहे कि अभी हाल ही में अफगानिस्तान में 7.4 तीव्रता वाला भूकंप आया था जिस कारण सैकड़ों जिंदगिया खत्म हो गई थी।
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