India News (इंडिया न्यूज), RBI Repo Rate, नई दिल्ली : आरबीआई (RBI) की मौद्रिक नीति समिति ने त्योहारों से पूर्व एक बार फिर लोगों को बड़ा तोहफा दिया है। लगातार चौथी बार RBI ने ब्याज दरों को 6.5 प्रतिशत पर जस का तस रखा है। यानि ईएमआई नहीं बढ़ेगी।
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी के फैसलों की जानकारी दी। मालूम रहे कि आरबीआई ने आखिरी बार फरवरी 2023 में रेपो रेट बढ़ाकर 6.5% किया था लेकिन तब से इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। मॉनेटरी पॉलिसी की मीटिंग हर दो माह में होती है। इस वित्त वर्ष की पहली मीटिंग अप्रैल में हुई थी।
महंगाई अभी भी 4 फीसदी से ऊपर चल रही है, जिसे केंद्रीय बैंक ने सबसे बड़ी चुनौती बताया है। आरबीआई गवर्नर की अध्यक्षता वाली छह सदस्यीय एमपीसी की बैठक 4-6 अक्टूबर को हुई। केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है और इसे 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा है। इसी के साथ शक्तिकांत दास ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में जीडीपी विकास दर 6.0 फीसदी रह सकती है। एमपीसी की पिछले बैठक में भी रिजर्व बैंक ने तीसरी तिमाही में जीडीपी के इसी दर से बढ़ने का अनुमान लगाया था।
जनवरी से मार्च की तिमाही के जीडीपी ग्रोथ अनुमान में भी कोई बदलाव नहीं किया गया है और इसे 5.7 फीसदी पर बरकरार रखा गया है। आरबीआई गर्वनर ने कहा कि मौजूदा वित्तीय हालात और जियोपॉलिटिकल संकट के चलते ग्लोबल इकोनॉमी में सुस्ती देखी जा रही है। अगर भारत की बात करें तो दूसरी तिमाही में इंडस्ट्रियल सेक्टर में रिकवरी आई है। कंस्ट्रक्शन गतिविधियां मजबूत हैं। सरकारी कैपेक्स सपोर्ट के चलते निवेश का सेंटीमेंट बना हुआ है। उन्होंने कहा कि घरेलू मांग मजबूत होने से भारतीय अर्थव्यवथा जुझारू बनी हुई है।
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