India News (इंडिया न्यूज), Rock garden Chandigarh ,चंडीगढ़ : सिटी ब्यूटीफुल के नाम से मशहूर चंडीगढ़ शहर में बहुत सी ऐसी दिलकश जगह हैं जो पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करती हैं। इन्हीं में से एक है सुखना लेक के नजदीक बना रॉक गार्डन। रॉक गार्डन चंडीगढ़ की पहचान बन चुका है और पूरी दुनियां के पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है।
दरअसल रॉक गार्डन मानव सरलता, रचनात्मकता और दृढ़ता का प्रतीक है, और यहां जाना एक अद्भुत अनुभव है। यह एक खुला प्रदर्शनी हॉल है जहां एक ही कलाकार नेक चंद का काम स्थापित है। यह उद्यान जोड़े गए कई आंगनों की एक श्रृंखला है, जिनमें से प्रत्येक में रॉ मेटिरियल से बनाई गई एकरूप मूर्तियां शामिल हैं।
रॉक गार्डन में आने वाले पर्यटक यहां की मूर्तियों, मंदिरों, महलों आदि को देखकर अचरज में पड़ जाते हैं। रॉक गार्डन में वाटरफॉल, पूल और घूमावदार रास्ते सहित 14 लुभावने चैंबर हैं, जो नवीनता और कल्पनाशीलता को दशार्ते हैं। इस गार्डन में कई मूर्तियां हैं, जो घर के बेकार समानों जैसे टूटी हुई चूड़ी, चीनी मिट्टी के बर्तन, तार, आॅटो पार्ट्स और ट्यूब लाइट से बनी हैं। भवन के कचरे, खेलने की गोलियां और टेराकोटा बर्तन को भी गार्डन में भवन, मानवीय चेहरा और जानवर सहित अनेक रूपों में प्रदर्शित किया गया है।
रॉक गार्डन का निर्माण नेकचंद नामक व्यक्ति ने किया था। इतिहास के अनुसार 1955 के आसपास नेकचंद ने अपने दिमाग में आए एक विचार पर चुपचाप कार्य शुरू कर दिया। इस दौरान वे अकेले ही अपने मन के ख्याल को पूरा करने के प्रयास में जुट गए। शुरू में उन्होंने इस काम को लोगों से छुपकर किया। क्योंकि जिस जगह वे बेजान बुत बनाकर उनमें अपने अनुभव और विचारों की जान डाल रहे थे वह उनका अपना नहीं था।
जब इस बारे में स्थानीय प्रशासन को पता चला तो उन्होंने नेकचंद की प्रतिभा से प्रभावित होकर उन्हें इस कार्य को पूर्ण करने में उनका सहयोग किया। जिसके बाद नेकचंद ने करीब 18 वर्ष की मेहनत के बाद रॉक गार्डन का काम पूरा हो सका।इस गार्डन का उद्घाटन 1976 में किया गया था।
रॉक गार्डन का प्रवेश द्वार कमाल का है। जैसे ही कोई इसमें प्रवेश करता है, उसे बहुत सी व्यवस्थाओं और मूर्तियों के दर्शन होते हैं। यहां विशाल चट्टानों और मूर्तियों का स्वप्न-समान संयोजन है, स्थानीय विषयों से लेकर मुड़े पैरों के साथ बैठे अंतरिक्ष यात्रियों के समूह तक विभिन्न पात्रों की मूर्तियां हैं। यह स्वप्नलोक की यात्रा या ऐलिस के जादुई लोक की सैर जैसा अनुभव है। झरने, पुल, गलियां और रास्ते इसे एक अविस्मरणीय अनुभव बनाते हैं।
यदि आप भी अपने परिवार के साथ रॉक गार्डन देखने का मन बना रहे हैं तो आपको बता दें कि रॉक गार्डन सप्ताह के सभी दिन खुला रहता है। गर्मियों में इसे आप सुबह 9 से शाम 7 बजे तक देख सकते हैं जबकि सर्दियों में इसे देखने का समय सुबह 9 से शाम 6 बजे तक रखा गया है। वहीं रॉक गार्डन का प्रवेश शुल्क (एंट्री फीस) व्यस्कों के लिए 30 रुपए प्रति व्यस्क और बच्चों के लिए 10 रुपए प्रति बच्चा निर्धारित की गई है।
रॉक गार्डन सिटी ब्यूटीफुल के बीच स्थित है। सुखना लेक से इसकी दूरी मात्र 2 किलोमीटर जबकि अंतरराष्टÑीय एयरपोर्ट से 24 किलोमीटर दूर है। इस तरह से आप आसानी से इस अद्भुत जगह को देखने के लिए आसानी से पहुंच सकते हैं।
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