इंडिया न्यूज, हिसार :
Rohtash Will Stay on Mount everest For 24 Hours : यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलबु्रस को विंटर व समर सीजन में फतेह करने वाले पहले भारतीय पर्वतारोही का रिकॉर्ड अपने नाम वाले हिसार के गांव मलापुर निवासी पर्वतारोही रोहताश खिलेरी अब एक ओर रिकॉर्ड अपने नाम करने जा रहे हैं।
उनका इस बार का रिकॉर्ड माउंट एवरेस्ट पर 24 घंटे रूकने का होगा। अभी तक माउंट एवरेस्ट पर 21 घंटे रूकने का वल्र्ड रिकॉर्ड है, जो 20 साल पहले बना था, जिसके बाद अब भारत की तरफ से रोहताश खिलेरी ने अपनी दावेदारी प्रस्तुत की। वे अपने इस मिशन की शुरूआत सौ दिन बाद यानि एक अपै्रल को करेंगे।
इससे पहले 16 मई 2018 को माउंट एवरेस्ट फतेह कर चुके हैं रोहताश खिलेरी Rohtash Will Stay on Mount everest For 24 Hours
उन्होंने अपने इस मिशन को प्रोजेक्ट ह्युमनिटी का नाम दिया है, जिसके जरिये वे भारत की तरफ से पूरे विश्व में मानवता का संदेश देंगे। विदित रहे कि रोहताश खिलेरी इससे पहले 16 मई 2018 को माउंट एवरेस्ट फतेह कर चुके हैं।
इसके साथ ही वे अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर 24 घंटे सीकर पर रुकने का विश्व रिकॉर्ड बना चुके हैं और वे गत वर्ष यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलबु्रस पर 24 घंटे रूकने का रिकॉर्ड बनाने का प्रयास कर चुके है, लेकिन गाइड की हालत खराब होने के चलते उन्हें अपना यह मिशन रोकना पड़ा।
गत वर्ष भी उन्होंने नेपाल सरकार से माउंट एवरेस्ट मिशन के लिए परमिशन मांगी थी, लेकिन उस दौरान कोरोना महामारी के चलते नेपाल ने उन्हें अनुमति नहीं दी। काफी कोशिशों के बाद अब उन्हें इसके लिए अनुमति मिली है। जिसको लेकर वे काफी उत्साहित है।
माउंट एवरेस्ट पर माइनस 40 से 50 डिग्री टेंपरेचर होता है। इसलिए रोहताश खिलेरी भी पूरी मेहनत के साथ दिन में सात से आठ घंटे की कड़ी फिजिकली प्रैक्टिस, एक से दो घंटे स्वीमिंग और मेडिटेशन कर अपने आप को इसके लिए तैयार कर रहे हैं।
यह है रोहताश खिलेरी की उपलब्धियां Rohtash Will Stay on Mount everest For 24 Hours
- माउंट एवरेस्ट 16 मई 2018
- माउंट किलिमंजारो 23 जुलाई 2018
- माउंट एलब्रुस 4 सितंबर 2018
- माउंट एलब्रुस 1 फरवरी 2020
- माउंट फ्रेंडशिप 9 अक्टूबर 2020
- माउंट मून 1 नवंबर 2020
रोहताश खिलेरी बिश्नोई एलब्रुस को समर और विंटर में फतेह करने वाले पहले भारतीय हैं।