भोले बाबा के सत्संग में पहले भी नियम कानून टूटे हैं, जहां लोगों को बड़े नुकसान झेलने पड़े। मई साल-2022 में जब देश में कोरोना की लहर चल रही थी। उस समय फर्रुखाबाद में भोले बाबा ने सत्संग का आयोजन कराया गया था। जिला प्रशासन ने सत्संग में केवल 50 लोगों के शामिल होने की परमिशन दी थी। इसके साथ ही कानून की धज्जियां उड़ाते हुए 50 हजार से ज्यादा लोग सत्संग में शामिल हुए थे। यहां उमड़ी भीड़ के चलते शहर की यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी।
सीएम योगी ने 24 घंटे में घटना की पूरी रिपोर्ट मांगी है। यूपी पुलिस बाबा के पैतृक गांव की प्रॉपर्टी पर बने ट्रस्ट के मैनेजर SK सिंह की भी तलाश चल रही है। जानकारी के अनुसार बाबा के मैनेजर एसके सिंह ने अपना मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर लिया है। इसके साथ ही पुलिस लगातार संपर्क करने की कोशिश में जुटी है।
इसके साथ ही पीएसी के तीन कमांडेंट हाथरस घटना स्थल जा पहुंचे हैं। इसके साथ ही आगरा, एटा, अलीगढ़ से पीएसी कंपनियां हाथरस पहुंची हैं। NDRF व SDRF की 2 कंपनियां भी तैनात कर दी गई हैं। हाथरस में हुए मौतों की घटना की गंभीरता को देखते हुए भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है।
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