इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
Russia Ukraine Conflict कल अलसुबह से रूस द्वारा यूक्रेन (Ukraine) पर लगातार हमला हो रहा है जिसमें अभी तक 137 लोगों के मारे जाने की भी सूचना है। हालात इतने खराब हैं कि रूस के यूक्रेन में हमलों से भयभीत भारतीय छात्रों ने खार्किव में सारी रात मेट्रो और बंकरों में ही गुजारनी पड़ी। यहां भारतीय समयानुसार रात 12 बजे के बाद रूस की बमबारी खत्म हुई। जिसके उपरांत सुबह 8 बजे ही सभी छात्र मेट्रो और बंकरों से निकलकर पाए। छात्रों ने कहा कि छात्रों का वेस्टर्न बॉर्डर तक पहुंचना आसान नहीं है, क्योंकि उनके पास न तो गाड़ियां हैं और न ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट है। हरियाणा, पंजाब और यूपी के छात्र ों ने बताया कि हजारों किलोमीटर दूर पश्चिमी बॉर्डर तक जाना आसान नहीं है।
हमले से भारत के छात्र काफी दहले हुए हैं। हरियाणा के जिला फरीदाबाद के अंकित शर्मा, यूपी के सक्षम ने बताया कि सभी भारतीय छात्रों ने रात मेट्रो स्टेशन पर गुजारी। वहीं वीएन काराजिन खारकिव नेशनल यूनिवर्सिटी के हॉस्टल छात्र भी बंकरों में सोए। इसके अतिरिक्त जिला रोहतक के कमला नगर निवासी प्रदीप जो हाल में कीव में रह रहा है। उसने बताया कि यहां बमबारी लगातार हो रही है। सभी सहमे हुए हैं। खाने-पीने का सामान महंगा ही नहीं खत्म भी हो गया है।
यहां हमले के कारण कुछ पंजाबी स्टूडेंट ओडिसा के हॉस्टल में फंसे हुए हैं। होशियारपुर, अमृतसर और जालंधर के छात्रों का कहना है कि वे वापस इंडिया आना चाहते हैं, लेकिन कोई जरिया नहीं है। पंजाब के जिला होशियारपुर के गांव भुंगरणी के गुरभेज सिंह ने कहा कि इंडियन एंबेसी का कहना है कि पौलेंड, स्लोवाकिया या हंगरी बॉर्डर तक पहुंचो, वहां से हम ले आएंगे। लेकिन हमारे पास ऐसा कोई साधन नहीं है 650 किलोमीटर की दूर तय कर पौलेंड बॉर्डर पहुंचा जा सके। वहीं हंगरी और स्लोवाकिया की बता की जाए तो यह भी करीब 1100-1200 किमी दूर है, वहां तक कैसे पहुंचा जाए। यहां लगातार बमबारी हो रही है जिस कारण सभी छात्र भय के साये में हैं।
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