इंडिया न्यूज, कीव (Russia Ukraine war 17 February Update) : रूस और यूक्रेन के बची चल रहे युद्ध को लगभग एक साल पूरा हो गया है। रूस ने 24 फरवरी 2022 को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का ऐलान किया था। तभी से दोनों देशों की सेनाएं एक दूसरे के खिलाफ संघर्ष कर रही हैं। इस युद्ध में जहां यूक्रेन को व्यापक क्षति हुई है वहीं रूस को भी इस युद्ध में काफी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है।
इसी बीच ताजा घटनाक्रम में यूक्रेन ने 6 बैलून नष्ट किए हैं। यूक्रेन का आरोप है कि इन बैलून के माध्यम से रूसी सेना यूक्रेन की जासूसी कर रही थी। ये बैलून पिछले कुछ दिन से राजधानी कीव के ऊपर दिखाई दे रहे थे जिसके बाद राजधानी में एयर अलर्ट जारी कर दिया गया था। यूक्रेनी सेना के मुताबिक, इन बैलून्स में कॉर्नर रिफ्लेक्टर और रिकॉनिसन्स हो सकते हैं। रिकॉनिसन्स का इस्तेमाल मिलिट्री आॅपरेशन से पहले एरिया के निरीक्षण के लिए किया जाता है।
यूक्रेनी एयरफोर्स के प्रवक्ता यूरी इहनाट ने बताया कि यूक्रेनी वायु सेना ने रूस द्वारा भेजे गए 6 बैलून को नष्ट किया है। इन बैलून का मकसद यूक्रेन के एयर डिफेंस के बारे में पता लगाना और इसे बाधित करना हो सकता है। यूरी इहनाट ने संभावना जताते हुए कहा कि हो सकता है कि रूस के पास ड्रोन्स खत्म हो रहे हों। ऐसे में ओरलान-10 जैसे खास ड्रोन्स को बचाए रखने के लिए वो बैलून का इस्तेमाल कर रहा है। साथ ही रूस चाहता है कि यूक्रेन अपनी कीमती एन्टी-एयरक्राफ्ट मिसाइलों को इन बैलून को मार गिराने में खर्च कर दे।
रूस ने जब युद्ध का ऐलान किया था तो कहा था कि रूसी सेना मात्र एक सप्ताह में यूक्रेन पर कब्जा कर लेगी। अब एक साल बीतने के बाद भी रूसी सेना के हाथ खाली है। उसे यूक्रेन की सेना से कड़ी चुनौती मिल रही है। इसी के चलते रूसी सैनिकों में हताशा है और वे युद्ध छोड़कर भाग रहे हैं। दूसरी तरफ रूसी सेना अपने इन सैनिकों को निर्मम तरीके से मार रही है। पिछले दिनों ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें युद्ध से भागे एक सैनिक के सिर में हथौड़े से वार करके उसकी हत्या कर दी जाती है।
ये भी पढ़ें: अडानी ग्रुप के निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं : सीएफओ
ये भी पढ़ें: कनाडा में मंदिर के बाहर लिखे भारत व मोदी विरोधी नारे