इंडिया न्यूज, कीव (Russia Ukraine War Update 23 January): रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुए लगभग 11 हो चुके हैं। इस दौरान दोनों देशों में व्यापक रूप से तबाही का मंजर देखा है। यूक्रेन में जहां इस युद्ध के दौरान कई बड़े शहर पूरी तरह से तबाह हुए हैं तो वहीं रूस को भी सैनिक मोर्चे के साथ-साथ राजनीतिक और व्यापारिक क्षति का सामना करना पड़ा है। इसके बावजूद भी युद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। हालांकि रूसी राष्टÑपति पुतिन ने पिछले दिनों यह संकेत दिए थे कि वे जल्द ही युद्ध समाप्त करना चाहते हैं लेकिन ऐसी कोई घोषणा उन्होंने नहीं की।
जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था तो जर्मनी सहित यूरोपीय संघ के ज्यादात्तर देशों ने यूक्रेन का साथ दिया था। इसके साथ ही अमेरिका, ब्रिटेन ने यूक्रेन को खूब सैनिक सहायता दी थी। इन देशों की सहायता का परिणाम यह निकला की युद्ध को एक सप्ताह में खत्म करने का दावा करने वाली रूसी सेना अभी भी यूक्रेन पर कब्जा पाने के लिए जूझ रही है। अब एक बार फिर से जर्मन ने अपने विनाशक टैंक लैपर्ड यूक्रेनी सेना को देने की मंजूरी दे दी है। यूक्रेन का दावा है कि इस जर्मन की इस सहायता से वे रूसी सेना को आसानी से खदेड़ देंगे।
जर्मनी में यूएस रैमस्टीन एयरबेस में शुक्रवार, यानी 20 जनवरी को 50 देशों के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की। इस मुलाकात का मकसद यूक्रेन को रूस से लड़ने में मदद के लिए खतरनाक टैंक देना था। रविवार को जर्मनी ने पोलैंड के जरिए यूक्रेन को अपना लेपर्ड 2 टैंक देने की मंजूरी दे दी। जर्मनी में बना लेपर्ड 2 टैंक दुनिया के खतरनाक टैंकों में से एक माना जाता है। अफगानिस्तान और सीरिया युद्ध में भी इसका इस्तेमाल किया जा चुका है। जर्मनी द्वारा दी जाने वाली इस सैनिक सहायता के बाद यूक्रेनी सेना के हौसले एक बार फिर से बुलंद हो गए हैं।
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