India News (इंडिया न्यूज), SCO summit update, नई दिल्ली : भारत और चीन के बीच पिछले कई दशकों से एलएसी पर विवाद जारी है। इसी वजह से इन दोनों देशों के रिश्ते कभी बहुत ज्यादा मधुर नहीं हो पाए। दोनों देशों के बीच अच्छे रिश्ते बनने के बीच चीन की विस्तारवादी सोच हमेशा बाधा उत्पन्न करती है। यही कारण है कि दोनों देशों के सैनिक बार-बार एक दूसरे को चुनौती देते दिखाई देते हैं।
कुछ माह पहले जहां भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को अपनी सीमा रेखा में दाखिल होने से रोकते हुए उन्हें वापस खदेड़ा था वहीं गलवान संघर्ष को भारत कभी भी नहीं भूल सकता। जून 2020 में हुए इस संघर्ष में भारत ने अपने एक कर्नल सहित कुल 20 जवानों को खो दिया था। गलवान संघर्ष के बाद से ही भारत और चीन के किसी बड़े नेता ने एक दूसरे देश का दौरा नहीं किया था।
अब चीन के डिफेंस मिनिस्टर जनरल ली शांगफू शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली पहुंच गए हैं। ये बैठक 28 अप्रैल को होगी। इसके पहले आज जनरल ली शांगफू भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करेंगे। दोनों नेताओं के बीच बाइलैटरल रिलेशन्स पर चर्चा होगी।
ज्ञात रहे कि बीती 23 अप्रैल को चुशुल-मोल्दो बॉर्डर मीटिंग प्वाइंट पर भारत-चीन के बीच कमांडर लेवल की 18वें दौर की बातचीत हुई थी। इस दौरान चीन की डिफेंस मिनिस्ट्री ने कहा था- हम जरूरी मुद्दों पर मिलकर जल्द ही समाधान निकालेंगे। भारत-चीन बॉर्डर पर शांति स्थापित की जाएगी।
बैठक के दौरान दोनों पक्ष सैन्य और राजनयिक चैनलों के जरिए संपर्क और संवाद बनाए रखने पर सहमत हुए थे। इसके बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि पश्चिमी क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के साथ ही बाकी जरूरी मुद्दों के समाधान पर दोनों पक्षों ने गहन चर्चा की।
यह भी पढ़ें : Kashmir Issue in UNGA : संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मामला उठाने पर भारत ने पाकिस्तान की आलोचना की