इंडिया न्यूज, नई दिल्ली।
Share Market Today सप्ताह के पहले ही दिन जहां एक ओर ग्लोबल बाजार गिरावट में रहे, वहीं भारतीय शेयर बाजार में भी कोहराम मच गया है। एक समय तक बाम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स और नेशनल स्टाक एक्सचेंज का इंडेक्स निफ्टी 3-3% तक जा गिरे थे। इसके कारण कुछ ही मिनटों में निवेशकों के लाखों करोड़ रुपए डूब गए। बताया जा रहा है कि आज 9.50 लाख करोड़ रुपए निवेशकों के डूब गए। इससे पहले शुक्रवार को भी दोनों इंडेक्स में करीब 2-2% की गिरावट आई थी। यदि दोनों दिनों के नुक्सान को जोड़ दें तो ये लगभग 11.23 लाख करोड़ रुपए बनता है। शुक्रवार को मार्केट कैप 259.47 लाख करोड़ रुपए था जो आज 250 लाख करोड़ रुपए से नीचे आ गया।
शेयर बाजार में गिरावट का मुख्य कारण कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन है। ओमिक्रॉन के कारण यूरोप के कई देशों में फिर से प्रतिबंध बढ़ने शुरू हो गए हैं। नीदरलैंड ने लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है, ऐसे में निवेशक चिंतित है और बाजार में बिकवाली हावी है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने आखिरी सप्ताह घोषणा की थी कि वह मासिक बॉन्ड खरीदारी को पहले के मुकाबल दोगुनी गति से कम करेगा और मार्च 2022 तक इसे बंद करेगा। अमेरिकी फेड के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि महंगाई से लड़ाई में अन्य देशों के केंद्रीय बैंक भी ब्याज दरें बढ़ा सकते हैं। अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ाने से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक भारत व अन्य देशों से पैसा निकाल रहे हैं। पिछले सवा महीने के दौरान विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार से करीब 80 हजार करोड़ रुपए की निकासी की है। दिसंबर के महीने में अभी तक कैश मार्केट में 25,000 करोड़ रुपए से ज्यादा की बिकवाली की जा चुकी है। यह साल 2021 की यह सबसे बड़ी बिकवाली है।
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