India News (इंडिया न्यूज), Sidhu Moose Wala death anniversary, मानसा : पंजाबी सिंगर और यूथ आइकॉन शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला का कत्ल हुए आज पूरा एक साल हो गया है। आज ही के दिन ठीक एक साल पहले 29 मई 2022 की शाम को गांव जवाहरके में 6 शूटरों ने ताबड़तोड़ गोलियां मारकर सिद्धू मूसेवाला की हत्या उस समय कर दी थी जब वह अपने दो दोस्तों के साथ अपनी थार पर किसी रिश्तेदार से मिलने जा रहा था। इस वारदात में सिद्धू मूसेवाला का एक दोस्त भी बुरी तरह से जख्मी हो गया था। हालांकि सिद्धू मूसेवाला पर जिस समय हमला किया गया उस समय उसके सरकारी बॉडीगार्ड उसके साथ नहीं थे।
अपने इकलौते पुत्र के चले जाने के बाद बुरी तरह से टूट चुके सिद्धू मूसेवाला के माता-पिता आज भी पंजाब पुलिस ओर सरकार से इंसाफ मांग रहे हैं। उनका कहना है कि न तो पंजाब सरकार और न ही पंजाब पुलिस उन्हें इंसाफ दिलवा पाई है। सिद्धू के पिता बलकौर सिंह आज भी जस्टिस फॉर सिद्धू मूसेवाला का नेतृत्व कर रहे हैं। वे समय समय पर सिद्धू मूसेवाला के प्रशंसकों को साथ लेकर पंजाब सरकार और पुलिस के खिलाफ मार्च निकालते रहते हैं।
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने इसकी जिम्मेदारी ली थी। उस समय गैंग के मुख्य सरगना गोल्डी बराड़ ने सोशल मीडिया पर सरेआम इस हत्याकांड को कबूल किया था। उसने कहा था कि लॉरेंस का भाई अनमोल और भांजा सचिन थापन भी शामिल था। पंजाब पुलिस न तो गोल्डी बराड़ और न ही अन्य आरोपियों के खिलाफ कुछ कार्रवाई कर पाई है।
पुलिस ने इस मामले में 35 आरोपियों को नामजद किया है। इनमें से 4 की मौत हो चुकी है। 4 आरोपी विदेश में बैठे हैं। पंजाब पुलिस का कहना है कि इस केस की जांच पूरी हो चुकी है। कोर्ट में 1850 पेज का चालान पेश हो चुका है। हालांकि मूसेवाला का परिवार इससे नाखुश है। उनका कहना है कि सिर्फ खरीदे हुए हत्यारे पकड़े गए। जिनकी मूसेवाला से दुश्मनी थी, जिन्होंने पूरी साजिश रची, वह चेहरे अभी तक पकड़े नहीं गए हैं।इस बारे में सिद्धू मूसेवाला की मां चरण कौर ने कहा कि अगर हम कार्रवाई से संतुष्ट होते तो अब तक क्यों बोलते। हमारा कोई दिमाग खराब है क्या?, हमारे ऊपर इन्होंने इतना बड़ा पत्थर मार दिया कि हम उठने लायक भी नहीं रहे। अगर हमें इंसाफ मिला होता तो रोज दर-दर भटकने की क्या जरूरत थी।
मूसेवाला की हत्या में 6 शूटर प्रियवर्त फौजी, अंकित सेरसा, कशिश, दीपक मुंडी, मनप्रीत मन्नू और जगरूप सिंह रूपा शामिल थे। पुलिस ने फौजी, सेरसा, कशिश और मुंडी को पकड़ लिया। मन्नू और रूपा का अटारी बॉर्डर के नजदीक एनकाउंटर कर दिया गया।