होम / Sukanya Samriddhi Yojana में हुए ये बदलाव, निवेश करने से पहले जान लीजिए

Sukanya Samriddhi Yojana में हुए ये बदलाव, निवेश करने से पहले जान लीजिए

PUBLISHED BY: • LAST UPDATED : February 13, 2022

Sukanya Samriddhi Yojana में हुए ये बदलाव, निवेश करने से पहले जान लीजिए

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली: 

Sukanya Samriddhi Yojana : बेटियों के सुनहरे भविष्य के लिए सरकार की ओर से विभिन्न तरह की योजनाएं चल रही है। लेकिन आज हम बात करेंगे सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) के बारे में। इस योजना के अंतर्गत कुछ नियमों में बदलाव हुए हैं, जिनका आपके लिए जानना बहुत जरूरी है।

What is Sukanya Samriddhi Yojana

इस स्कीम के तहत महज 100 रुपये की रोजाना बजत पर आप अपने बेटियों के बहते भविष्य के लिए 15 लाख रुपये तक सुनिश्चित कर सकते हैं। (Sukanya Samriddhi Yojana) इसके तहत 10 वर्ष के आयु से पहले बेटियों का खाता खोला जाता है। पहले बेटी 10 साल में ही खाते को आॅपरेट कर सकती थी लेकिन नए नियमों के तहत 18 साल की उम्र से पहले बेटी को खाता आपरेट करने की मंजूरी नहीं दी जाएगी। उससे पहले अभिभावक ही खाते को आॅपरेट करते रहेंगे।

इस स्कीम के तहत एक फैमिली से केवल दो ही बच्चियों का खाता खोला जा सकता है। अगर एक ही माता-पिता के तीन बच्चियां है तो इसमें से 2 ही बेटियों का खाता खोलने का प्रावधान है। (Sukanya Samriddhi Yojana) इस स्कीम में बच्चियों के जन्म से 10 वर्ष की आयु के बीच में 250 रुपए जमा करने के साथ इस स्कीम से जुड़ सकते हैं।

Sukanya Samriddhi Yojana में ये हुए बदलाव

  1.  खाते में सालाना कम से कम 250 रुपये जमा करना जरूरी है। इस राशि के जमा नहीं होने पर अकाउंट को डिफॉल्ट मान लिया जाता है लेकिन नए नियमों के तहत अगर खाते को दोबारा एक्टिव नहीं किया जाता है तो मैच्योर होने तक खाते में जमा राश पर लागू दर से ब्याज मिलता रहेगा। पहले डिफॉल्ट खातों पर पोस्ट आॅफिस सेविंग्स अकाउंट के लिए लागू दर से ब्याज मिलता था।
  2. पहले सुकन्या समृद्धि योजना में दो बेटियों के खाते पर ही 80सी के तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता था। लेकिन अब एक बेटी के बाद 2 जुड़वां बेटियां जन्म लेती हैं तो उन दोनों के लिए भी खाता खोलने का प्रावधान है।
  3. इस योजना के तहत खोले गए खाते को पहले दो परिस्थियों में बंद किया जा सकता था। पहला बेटी की मौत हो जाए तो और दूसरा बेटी के रहने का पता बदल जाए तब लेकिन अब खाताधारक की जानलेवा बीमारी को भी इसमें शामिल कर लिया गया है। (Sukanya Samriddhi Yojana) अभिभावक की मौत होने पर भी समय से पहले अकाउंट बंद करने का प्रावधान किया गया है।

पोस्ट आफिस में खुलवा सकते हैं खाता

यह योजना में निवेश करने के लिए किसी भी बैंक या पोस्ट आॅफिस में अपना एकाउंट खुलवा सकते हैं। इस योजना में कम बचत में अधिक राशि मिलता है। (Sukanya Samriddhi Yojana) यह योजना बेटियों को बढ़ावा देने में भी योगदान दे रही है। वहीं इसमें निवेश किए जाने वाले राशि बच्ची की 21 साल के उम्र में बच्ची खुद से पैसा निकाल सकती है।

साल में अधिकतम 1.5 लाख का निवेश ही संभव

चालू वित्त वर्ष में सुकन्या समृद्धि योजना के तहत सालाना अधिकतम 1.5 लाख रुपये तक जमा किये जा सकते हैं। वहीं इस पर 7.6 फीसदी ब्याज मिलेगा। इस योजना में जमा किये जाने वाली राशि 9 साल 4 महीने में डबल रोल हो जाती है।

हर माह 3 हजार का निवेश, मेच्योरिटी पर मिलेंगे 15 लाख

इस योजना में यदि आप प्रति महीने 3000 रुपये निवेश किये जाने पर आपको 7.6 फीसदी चक्रविधि ब्याज मिलेगा। इस प्रकार बच्चियों के 21 वर्ष की आयु होने पर कंपाउंड इंटरेस्ट समेत मेच्योरिटी करीब 15,22,221 रुपये की भारीभरकम रकम मिलेगी। इस से शादी-विवाह व शिक्षा में उपयोग किया जा सकता है।

Also Read: karnataka Hijab Controversy विदेश मंत्रालय बोला- ड्रेस कोड पर प्रायोजित कमेंट न करें

Also Read: Coronavirus Cases Today देशभर में कोरोना की रफ्तार धीमी, 50,407 नए केस

Connect With Us: Twitter Facebook

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

Panipat Police ने युवाओं के लिए कराई वॉलीबॉल व कबड्डी प्रतियोगिता, जिला के नशा मुक्त 104 गांवों के सरपंचों को किया सम्मानित
Good Governance Day : सुशासन में शीर्ष प्रदर्शन करने वाला जिला बना ‘कैथल’ सीएम ने डिजिटल सुधारों में अग्रणी विभागों को राज्य एवं जिला स्तरीय पुरस्कार प्रदान किए
DGP Haryana ने 32 पुलिसकर्मियों को किया सम्मानित, कहा – अधिकारी व कर्मचारी के लिए उसकी कर्मभूमि ही उसका सबसे बड़ा धार्मिक स्थल 
Good Governance Day पर प्रदेश में विभिन्न जगहों पर हुए कार्यक्रम, सुशासन में श्रेष्ठ भूमिका निभाने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को किया सम्मानित
Jagadguru Swami Brahmanand के 116वें जन्मोत्सव कार्यक्रम में हरविंद्र कल्याण ने की शिरकत, ब्रह्मानंद को खूबियों का किया बखान
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT