Surya Grahan : देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पहुंचे ब्रह्मसरोवर, लगाएंगे आस्था की डुबकी

इशिका ठाकुर, Haryana News (Surya Grahan) : साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण शुरू हो चुका है। भारत में भी इस सूर्य ग्रहण को देखा जा सकेगा। यह सूर्य ग्रहण अपराह्न लगभग 4 बजकर 29 मिनट से शुरू होकर शाम को 6 बजकर 9 मिनट पर खत्म होगा।

फिलहाल ग्रहण के दौरान कुरुक्षेत्र में लाखों श्रद्धालुओं का जमघट लग गया है और जैसे ही ग्रहण का समापन होगा तो सभी श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाएंगे। बता दें कि इस दौरान देश-प्रदेश से श्रद्धालु पहुंचे हैं। उन्होंने सूर्य ग्रहण के महत्व को लेकर अपने विचार भी साझा किए हैं।

कुरुक्षेत्र में सूर्यग्रहण पर स्नान करने की सदियों से परम्परा

Surya Grahan

बता दें कि आदिकाल से ही कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर पर सूर्यग्रहण के अवसर पर स्नान करने की परम्परा रही है। मान्यता है कि सूर्य ग्रहण के समय ब्रह्मसरोवर और सन्निहित सरोवर में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। मान्यता यह भी है कि सूर्य ग्रहण के दौरान कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर में डुबकी लगाने से उतना ही पुण्य फल प्राप्त होता है जितना अश्वमेघ यज्ञ के बराबर पुण्य फल मिलता है। शास्त्रों के अनुसार भी सूर्य ग्रहण के समय ब्रह्मसरोवर में स्नान करने का एक विशेष महत्व बताया गया है।

शिमला से आए शास्त्री हरिराम शर्मा ये बोले

शिमला के चौपाल से आये रिटायर्ड शास्त्री हरिराम शर्मा ने बताया कि वे अपने साथी ज्ञान सिंह रचायिक के साथ यहां आए हैं। उन्होंने कुरुक्षेत्र के महत्व के बारे में ग्रंथों में पढ़ा है और वे यहां पर पहली बार सूर्यग्रहण के अवसर पर स्नान करने पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि यहां उन्होंने श्रीमद् भगवद गीता के 18वें अध्याय का पाठ किया है और यहां की व्यवस्था को देखकर वे काफी प्रभावित हुए हैं। उन्होंने सरकार व प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के लिए किए प्रबंधों की सराहना करते हुए कहा कि यहां उन्हें कोई दिक्कत नहीं हुई है।

Surya Grahan

राजस्थान से 27 लोगों के जत्थे के साथ पहुंचा धर्मा राम

राजस्थान के जिला नागौर के गांव कालड़ी से आये पूर्व सरपंच धर्मा राम ने बताया कि वे 27 लोगों के जत्थे के साथ यहां आए हैं, जिसमें महिलाएं व पुरुष शामिल हैं। उन्होंने बताया कि पूर्व में यहां लगे सूर्यग्रहण के अवसर पर वे यहां स्नान करने आए थे। उन्होंने कहा कि पौराणिक साहित्य के अनुसार कुरुक्षेत्र में सूर्यग्रहण के अवसर पर स्नान करने का विशेष फल मिलता है।

सूर्य ग्रहण मेले में आए 72 वर्षीय गोकुल राम ने बताया कि भागवत पुराण के अनुसार एक बार सूर्य ग्रहण के अवसर पर श्रीकृष्ण, बलराम द्वारका से प्रजाजनों के साथ आए थे। उन्होंने कहा कि सूर्य ग्रहण के अवसर पर ब्रह्मसरोवर में स्नान करने से फल की प्राप्ति होती है, इसी बात को ध्यान में रखते हुए वे यहां अपने गांव के लोगों के साथ आये हैं। कुछ ऐसा ही कहना इनके साथ आई बुजुर्ग महिला पन्ना तथा पूर्ण देवी का था। उन्होंने कहा कि शास्त्रों में भी बताया गया है कि सूर्य ग्रहण के अवसर पर कुरुक्षेत्र के पवित्र सरोवरों में किए गए स्नान एवं श्राद्ध का विशेष फल मिलता है।

Surya Grahan

बिहार के जिला नालंदा के गांव सरमेरा से आए सुनील, गौतम कुमार तथा विजय ने बताया कि वे पहले छठ पूजा के अवसर पर ब्रह्मसरोवर में पूजा करने के लिए आए थे और वे अब सूर्य ग्रहण के अवसर पर यहां के पवित्र सरोवरों में स्नान करने के लिए आए हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने यहां के ब्रह्मसरोवर में स्नान करने से मिलने वाले पुण्य के बारे में सुना है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए वे यहां पर आए हैं।

डड्डू माजरा चंडीगढ़ की मंदिर कमेटी से जुड़े श्रद्धालु महिलाएं एवं पुरुष भी यहां पर स्नान करने पंहुचे। इस जत्थे में शामिल हेमपाल, महिला रक्षा देवी, रूमा देवी, शीला तथा प्रवेश ने बताया कि वे गीता जयंती के अवसर पर भी यहां आए थे और अब वे सूर्यग्रहण के अवसर पर यहां स्नान करने पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि वे प्रात: ही यहां पंहुच गये थे और वे अपने सदस्यों के साथ ब्रह्मसरोवर के तट पर महिला मंडली के साथ भजन-कीर्तन कर रहे हैं। ऐसा चक्र चलाया रे श्याम तेरी उंगली ने… को सुनकर वहां से गुजरने वाले अन्य श्रद्धालुओं के कदम भी उनके भजन-कीर्तन को देखने व सुनने के लिए ठहर जाते हैं।

Surya Grahan

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर-खीरी से पहुंचे साधु-संत मलिखान दास, गुट्टन दास, रामपाल दास, रणधीर दास, मूलचंद दास आदि साधुओं ने बताया कि वे ब्रह्मसरोवर में स्नान करने के लिए पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा यहां पर साफ-सफाई आदि प्रबंधों की बेहतरीन व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि सूर्यग्रहण के अवसर पर कुरुक्षेत्र के पवित्र सरोवरों में स्नान करने से महान पुण्य मिलता है। अनादिकाल से ही सूर्यग्रहण के अवसर पर कुरुक्षेत्र के सरोवरों में स्नान करने के लिये असंख्य तीर्थ यात्री, राजा, महाराजा और साधु-संत आते रहे है।

ये भी पढ़ें : Surya Grahan 2022 : सूर्य ग्रहण आज, ब्रह्मसरोवर पर लाखों श्रद्धालु करेंगे स्नान

Connect With Us : Twitter, Facebook

Amit Sood

Recent Posts

Karnal News : सीआईए-1 टीम को मिली कामयाबी, ईनामी बदमाश मोनू को यहां से दबोचा

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Karnal News : सीआईए-1 टीम ने ईनामी बदमाश मोनू को…

1 hour ago

HERC Chairman Meets CM : सीएम नायब सिंह सैनी से एचईआरसी अध्यक्ष ने की भेंट, जानिए इन बिंदुओं पर की गई चर्चा

विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 86(2) के तहत एचईआरसी राज्य सरकार को विद्युत क्षेत्र में…

1 hour ago

Subsidy Scheme : महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हरियाणा मातृशक्ति उद्यमिता के लिए सब्सिडी योजना लागू

लाभार्थियों को 36 महीने के लिए 7 प्रतिशत ब्याज अनुदान राशि दी जाएगी India News Haryana (इंडिया न्यूज), Subsidy…

1 hour ago

Anil Vij Taunts Congress : कांग्रेस पर अनिल विज ने किया प्रहार, बोले- कांग्रेस प्रजातांत्रिक नहीं, राजशाही पार्टी

कांग्रेस पार्टी में गांधी परिवार राजशाही की तरह सबसे ऊपर India News Haryana (इंडिया न्यूज),…

2 hours ago