इशिका ठाकुर, Haryana (Swami Vivekananda’s Birth Anniversary) : हरियाणा के राज्यपाल एवं कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय (Bandaru Dattatreya) ने कहा कि भारत को फिर से विश्व गुरु बनाने के लिए स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को अपनाने की जरूरत है। अगर युवा पीढ़ी स्वामी विवेकानंद के जीवन के नैतिक मूल्यों, शिक्षा, संस्कारों पर चलेगी तो निश्चित ही आने वाले कुछ समय में ही भारत विश्व गुरु बनेगा। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय गुरुवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के आडिटोरियम हॉल में स्वामी विवेकानंद की जयंती पर आयोजित राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे।
इससे पहले राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा, उपायुक्त शांतनु शर्मा, पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र सिंह भौरिया, कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा, डीन एकेडमिक अफेयर प्रो. मंजुला चौधरी व छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. अनिल वशिष्ठ ने स्वामी विवेकानंद के जीवन पर आधारित ललित कला विभाग की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और दीपशिखा प्रज्वलित कर विधिवत रूप से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में राज्यपाल ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले विद्यार्थियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया।
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने भारतीय संस्कृति के पुरोधा व युवा शक्ति के आदर्श स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाए देते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद ने 11 सितंबर, 1893 को शिकागो में आयोजित विश्व धर्म संसद में अपने ओजस्वी भाषण से दुनियाभर के धार्मिक और आध्यात्मिक संतों को अचंभित कर दिया था। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत ही अमेरिकी बहनों और भाईयों के रूप में संबोधित करते हुए की, जिससे पूरा हाल तालियों की गडगड़ाहट से गूंज उठा था। स्वामी विवेकानंद ने पूर्व और पश्चिम, धर्म और विज्ञान, अतीत और वर्तमान में सामंजस्य स्थापित किया है, देशवासियों ने उनकी शिक्षाओं से अभूतपूर्व आत्म-सम्मान, आत्मनिर्भरता और आत्म-विश्वास आत्मसात किया।
उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को जीवन में अपनाकर देश को आगे बढ़ाने के लिए योगदान देने के लिए आगे आना चाहिए। जिस देश में युवा नशे व अन्य सामाजिक बुराइयों से दूर रहकर देशहित के लिए कार्य करते हैं वे देश निश्चित ही तरक्की की राह पर आगे बढ़ता है। स्वामी विवेकानंद के भारतीय मूल्यों, संस्कृति और आदर्शों से प्रेरित होकर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर, स्वस्थ भारत अभियान शुरू किया है। इस पर 2025-26 तक 64,180 करोड़ रुपए खर्च होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति तैयार की गई है। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 (एनईपी-2020) स्वामी विवेकानंद के वैज्ञानिक दृष्टिकोण, नैतिक मूल्यों और नए भारत के निर्माण की दृष्टि के अनुरूप है।
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एनईपी-2020 में लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देना, शिक्षा में मातृभाषा को बढ़ावा देना और समावेशी शिक्षा के लिए प्रावधान करने के साथ-साथ व्यावसायिक शिक्षा सहित उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात को 2035 तक 50 प्रतिशत तक बढ़ाना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय देश के चुनिंदा विश्वविद्यालयों में है। उन्होंने राष्ट्रीय युवा दिवस पर सराहनीय प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को नई शिक्षा नीति केयू में सबसे पहले लागू करने पर कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा को बधाई देते हुए कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने हर क्षेत्र में अपना एक अलग मुकाम हासिल किया है।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने स्वामी विवेकानंद के जीवन पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद के जीवन से युवाओं को प्रेरणा मिले, इसलिए जयंती समारोह को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया है। आज भारत दुनिया का सबसे युवा देश है। इस देश में 37 करोड़ की आबादी युवा शक्ति की है।
सरकार की नीतियों का अनुसरण करते हुए और युवा शक्ति को सही मार्गदर्शन करने के उद्देश्य से सबसे पहले राष्ट्रीय शिक्षा नीति को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में लागू किया और आने वाले सत्र में सभी संबंधित कॉलेजों में एनईपी को लागू कर दिया जाएगा। कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा ने सभी मेहमानों का आभार व्यक्त किया। इस राष्ट्रीय युवा दिवस पर डॉ. रजनी बाला के नेतृत्व में छात्रों ने योगा, आरकेएसडी कॉलेज के विद्यार्थियों ने स्किट, यूनिवर्सिटी सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्राओं ने कोरियोग्राफर, डॉ. हरविन्द्र राणा व यूटीडी की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया। मंच का संचालन डॉ. महासिंह पूनिया ने किया।
इस मौके पर उपायुक्त शांतनु शर्मा, पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिंह भौरिया, कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा, डीन एकेडमिक अफेयर प्रो. मंजूला चौधरी, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. अनिल वशिष्ठ प्रो. सुनील ढींगरा, चीफ वार्डन प्रो. डीएस राणा, प्रो. नीलम ढांडा, प्रो. ब्रजेश साहनी, प्रो. शुचिस्मिता, प्रो. नीरा राघव, डॉ. दीपक राय बब्बर, प्रो. प्रदीप कुमार, कुटा प्रधान डॉ. आनंद, डॉ. जितेन्द्र खटकड़, कुंटिया प्रधान रामकुमार गुर्जर सहित डीन, अध्यक्ष, निदेशक, शिक्षक, कर्मचारी व विद्यार्थी मौजूद थे।
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