India News (इंडिया न्यूज़), Delhi Jal Board, नई दिल्ली : दिल्ली जल बोर्ड के क्वालिटी कंट्रोल विभाग में काम करने वाले 87 साइंस ग्रेजुएट कर्मचारियों का बेदी एंड बेदी एसोसिएट कंपनी से टेंडर खत्म हो चुका है। इसके साथ ही नई कंपनी आईसीएसआईएल को नया टेंडर दिल्ली जल बोर्ड द्वारा दिया गया है, वही बेदी एंड बेदी कंपनी एसोसिएट में काम करने वाले कर्मचारियों को बिना किसी सूचना के 30 जून, 2023 को हटा दिया गया, वही उनके लिए दूसरी कंपनी आईसीएसआईएल में नौकरी पाने के लिए स्नातक में 55 प्रतिशत अंक वाले कर्मचारियों को नौकरी पर रखने का प्रस्ताव बनाया है।
दिल्ली जल बोर्ड के लिए बेदी एंड बेदी एसोसिएट में जून 2017 से काम करने वाले 87 साइंस ग्रेजुएट कर्मचारियों के पास स्नातक में 55 प्रतिशत अंक नहीं हैं, जिसकी वजह से उन्हें आईसीएसआईएल कंपनी ने नौकरी में रखने से इंकार कर दिया है। जबकि इन कर्मचारियों को बेहतर काम करने की शैली, गुणवत्ता और तजुर्बा है जिसके आधार पर वे 2017 से काम कर रहे हैं, आईसीएसआईएल इन कर्मचारियों को मौका न देकर नए लोगों को नौकरी में बहाल करने की कोशिश कर रही है। जबकि असिस्टेंट चीफ वाटर एनालिस्ट ने उनके काम के प्रति कर्मचारियों से प्रभावित होकर अच्छी परफॉर्मेंस का प्रमाण पत्र भी दिया है।
अब 87 कर्मचारियों का भविष्य अंधकार में डूबता हुआ नजर आ रहा है। पीड़ित कर्मचारियों का कहना है कि कि हम लोग 2017 से काम कर रहे हैं हमारे पास काम करने का तजुर्बा भी है, हम बेहतर काम कर चुके हैं दिल्ली जल बोर्ड को हमने अच्छी सर्विस दी है इसलिए हमें प्राथमिकता के आधार पर आईसीएसआईएल कंपनी को सभी पुराने 87 साइंस ग्रेजुएट कर्मचारियों को नौकरी में मौका देना चाहिए।
उनका कहना है कि दूसरी नौकरियों में जाने के लिए हमारी उम्र भी खत्म हो चुकी है हमारे सामने रोजी-रोटी का सवाल है इसलिए आईसीएसआईएल को अपने मापदंड बदलने चाहिए। नौकरी से निकाले गए लोगों ने इस मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली जल बोर्ड के चेयरमैन सौरभ भारद्वाज से दखल देने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल युवाओं को नौकरी देने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन उन्हें आईसीएसआईएल को पुराने काम कर रहे 87 साइंस ग्रेजुएट कर्मचारियों को नौकरी पर बहाल करने का आर्डर जारी करना चाहिए।
निकाले गए कर्मचारियों का कहना है कि जिस तरह से दिल्ली जल बोर्ड के डायरेक्ट कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे 23 लैब टेक्निशियन और 64 कंप्यूटर ऑपरेटर काम कर रहे हैं, उसी तर्ज पर हम सभी 87 कर्मचारियों को दिल्ली जल बोर्ड को मौका दे या तो आईसीएसआईएल सभी पुराने 87 कर्मचारियों को नौकरी दे। उन्होंने कहा कि समानता के अधिकार को देखते हुए हमें यह मौका जरूर मिलना चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो हमें विवश होकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा।
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