India News Haryana (इंडिया न्यूज),Mughal Ruled: भारत ने सदियों तक मुगलों और अंग्रेजों का शासन झेला है। इन दोनों ने भारत की धन-दौलत, संस्कृति और समाज को बुरी तरह प्रभावित किया। अंग्रेज जहां भारत से लूटकर धन ब्रिटेन ले गए, वहीं मुगलों ने भी भारत को खूब लूटा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मुगल सारा धन कहां ले गए? मुगल साम्राज्य की स्थापना बाबर ने 1526 में पानीपत की पहली लड़ाई के बाद की थी। इसके बाद मुगलों ने लगभग 300 सालों तक भारत पर शासन किया। मुगलों के शासनकाल में भारत में कई किले, मस्जिदें और भव्य इमारतें बनाई गईं। लेकिन इस दौरान उन्होंने भारत को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मंदिरों, गुरुद्वारों और हिंदू धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाया गया। धार्मिक असहिष्णुता और आक्रमणों के जरिए संपत्ति हड़पी गई।
अंग्रेजों ने 1608 में भारत में कदम रखा। ईस्ट इंडिया कंपनी ने व्यापार के नाम पर भारत में अपना पैर जमाया और धीरे-धीरे 200 सालों तक भारत पर कब्जा कर लिया। अंग्रेजों ने भारत से सोना, चांदी और अन्य कीमती सामान ब्रिटेन भेजा।
मुगल शासकों ने भारत से लूटा गया धन अपने मूल घरानों जैसे कि फारस, तुर्की, और मध्य एशिया में भेजा। उन्होंने इस धन का उपयोग अपने देशों में भव्य महल बनाने, युद्ध छेड़ने और अपनी सत्ता को मजबूत करने में किया। इसके साथ ही, मुस्लिम आक्रमणकारियों ने लाखों हिंदुओं को गुलाम बनाया और उन्हें विदेशी बाजारों में बेचा। मुगलों के शासनकाल में लूट की यह प्रक्रिया भारत की आर्थिक स्थिति को कमजोर करती रही। उनकी लूटपाट और अंग्रेजों की शोषण नीति के कारण भारत धीरे-धीरे कंगाल होता गया।
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मुगल और अंग्रेज दोनों ने भारत को अपनी जरूरतों और इच्छाओं के लिए जमकर लूटा। उन्होंने भारत की संपत्ति, संस्कृति और समाज को बुरी तरह प्रभावित किया। जहां अंग्रेजों ने धन ब्रिटेन भेजा, वहीं मुगलों ने इसे अपने विदेशी मूल स्थानों पर खर्च किया। आज इतिहास हमें इन दोनों शासनकालों के नुकसान को समझने का मौका देता है।