India News Haryana (इंडिया न्यूज), Himachal Monsoon : हिमाचल में दक्षिण पश्चिम माॅनसून ने आते ही तबाही मचाई है। पिछले वर्ष के मुकाबले देरी से पहुंचे मानसून की पहली ही बरसात से शिमला में जगह-जगह भूस्खलन हुआ। मलबा आने से व्यापक नुकसान हुआ है। करीब 8 गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है।
जी हां, प्रदेश में मानसून आने के बाद पहले दिन ही हुई मुसलाधार बारिश के चलते कई जगह भूस्खलन हो गया, इससे जहां सड़क यातायात बाधित हुआ, वहीं भूस्खलन की चपेट में आने से कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। राहत की बात यह है कि अभी तक किसी तरह की कोई जनहानि की सूचना सामने नहीं आई।
दूसरी तरफ शुक्रवार को हुई बारिश के कारण राजधानी शिमला में जगह-जगह भूस्खलन, मलबा आने से व्यापक नुकसान हुआ है। करीब आठ गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है। शहर के मल्याणा, चमियाना, भट्ठाकुफर, मिनी कुफ्टाधार सहित अन्य स्थानों पर भारी नुकसान हुआ है। चमियाना में नाले के पास खड़ी तीन गाड़ियां मलबे में दब गईं। वहीं मल्याणा में पहाड़ी से बड़ी-बड़ी चट्टानें सड़क किनारे पार्क चार गाड़ियों पर गिर गईं। इससे दो गाड़ियां चकनाचूर हो गईं।
गुरुवार रात को जुब्बड़हट्टी में 136.0, शिमला 84.0, गोहर 42.0, मशोबरा 38.0, सलापड़ 34.6, कुफरी 24.2, बिलासपुर 22.0, घागस 18.8, करसोग 18.2, काहू 16.0 और ढंल्लङ्मिँ में 12.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। देर रात हुई बारिश से गिरि में भी गाद आने से आपूर्ति घटी है। हालांकि ग्रामीण इलाकों में सूखे से बंद पड़ी पेयजल योजनाओं में फिर आपूर्ति शुरू होने से राहत मिली है।
ज्ञात रहे कि पिछले साल मानसून सीजन में बादल फटने और बाढ़ आने की बहुत ज्यादा घटनाएं सामने आई थी। जिससे प्रदेश में कई हजार करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ था। शिमला-मनाली राजमार्ग पूरी तरह से तबाह हो गया था और प्रदेशभर में सैकड़ों लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी थी। इसके बाद अभी तक पिछले साल तबाह हुए प्रोजेक्ट दोबारा शुरू नहीं हो पाए हैं।
यह भी पढ़ें : Delhi Airport Roof Collapse : दिल्ली एयरपोर्ट पर टर्मिनल-1 की छत गिरने से एक की मौत, 5 घायल, कई गाड़ियां दबीं
यह भी पढ़ें : Heavy Rain Alert : हरियाणा में भारी बारिश की चेतावनी