इंडिया न्यूज, नई दिल्ली (Tiktok ban in these countries ): चीनी शॉर्ट एप टिकटॉक पर डाटा चोरी का आरोप अब कई देशों में लग गया है। इसी के चलते अमेरिका सहित कई अन्य देशों ने भी इस एप पर बैन लगा दिया है। ज्ञात रहे कि भारत पहले से इस एप पर बैन लगाने के साथ-साथ अपने नागरिकों को इस एप से सावधान रहने की चेतावनी भी जारी कर चुका है। जिन देशों ने इस ऐप पर बैन लगाया है उनमें अमेरिका, कनाडा और यूरोप में भी बैन कर दिया गया है। यूके और कनाडा की पार्लियामेंट ने इस ऐप को अपने देश में बैन करने का फैसला किया है।
इससे पहले 2020 में भारत ने भी यूजर्स डेटा चोरी और देश की सुरक्षा में सेंध लगाए जाने की वजह से चीन की इस ऐप को बैन कर दिया था। अमेरिका, कनाडा और यूरोप समेत कई और देशों ने भी टिक-टॉक पर यूजर्स की डेटा चोरी की वजह से पैन लगाया है। अमेरिकी और कनाडा की सरकार ने चीनी वीडियो शेयरिंग ऐप को मोबाइल डिवाइस में प्राइवेसी और साइबर सिक्योरिटी का खतरा मानते हुए बैन करने के आदेश दिए हैं।
TikTok वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म को चीनी कंपनी Bytedance ने डेवलप किया है। चीनी कंपनी पर यूजर्स डेटा को चीन की सरकार के साथ शेयर करने का आरोप है। यही वजह है कि कई देशों में टिक-टॉक को बैन कर दिया है।
भारत ने टिकटॉक पर साल 2020 में बैन लगाया था। टिक-टॉक के साथ-साथ कंपनी ने अन्य चीनी ऐप्स WeChat आदि को प्राइवेसी और सिक्योरिटी की वजह से बैन किया था। भारत सरकार ने चीनी कंपनियों को बैन के खिलाफ अपील करने का भी मौका दिया था, लेकिन जनवरी 2021 तक इन कंपनियों की तरफ से संतोषजनक जबाब नहीं मिलने पर परमानेंटली बैन लगा दिया गया।
अमेरिका के बाद कनाडा सरकार ने भी चीनी ऐप को सरकारी डिवाइसेज से हटाने का आदेश जारी किया है। सरकार ने एंजेसियों को TikTok के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। साथ ही, कर्मचारियों को ऐप डाउनलोड करने से मना कर दिया है।
अमेरिकी जो बाइडेन की सरकार ने सरकारी एजेंसियों को 30 दिनों के अंदर अपने डिवाइसेज से TikTok समेत चीनी सॉफ्टवेयर और ऐप्स को हटाने के लिए कहा है। चीनी ऐप्स और सॉफ्टवेयर किसी भी देश की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा है। अमेरिका के 50 से ज्यादा राज्यों में इस ऐप को पूरी तरह से बैन कर दिया गया है।
यूरोपीय संसद और यूरोपीय कमीशन के साथ यूरोपीय काउंसिल ने TikTok के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। इन एजेंसियों के कर्मचारी पर टिकटॉक इस्तेमाल और डाउनलोड करने पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है। 20 मार्च तक सभी को अपने डिवाइसेज से इसे अनइंस्टॉल करने के लिए कहा गया है।
इन देशों के अलावा पाकिस्तान और अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने भी टिकटॉक पर बैन लगा दिया है। इस्लामी कट्टरपंथी देशों ने TikTok और PUBG जैसे गेम्स को युवाओं के लिए गलत बताया है। पाकिस्तान में अब तक 4 से ज्यादा बार इस ऐप को टेम्पोररली बैन किया जा चुका है।
पिछले साल दिसंबर 2022 में ताइवान ने भी TikTok ऐप पर बैन लगा दिया। अमेरिकी जांच एजेंसी FBI ने टिक-टॉक को राष्ट्रीय सुरक्षा का खतरा बताते हुए चेतावनी जारी किया था। साथ ही, यह भी कहा था कि टिक-टॉक की वजह से सरकारी डिवाइसेज, जिनमें मोबाइल फोन, टैबलेट्स, और डेस्कटॉप कम्यूटर्स में चीनी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल नही करना है। FBI की इस चेतावनी के बाद ताइवान ने भी इस ऐप पर बैन लगा दिया था।