India News (इंडिया न्यूज), Triple murder in Ludhiana, लुधियाना : लुधियाना के गांव नूरपुर बेट में तिहरा हत्याकांड सामने आने से हर कोई अवाक है। दरअसल आरोपियों ने इस तिहरे हत्याकांड की वारदात को शनिवार और रविवार की रात्रि को अंजाम दिया है। इस वारदात का पता रविवार देर रात चला जब मृतक दंपति की बेटी ने पड़ौसियों को फोन करके बताया कि परिवार के लोग उसका फोन नहीं उठा रहे। जब पड़ौसी घर के पास पहुंचे तो उन्हें कुछ अनहोनी का अंदेशा हुआ।
इसके बाद जानकारी गांव के सरपंच को दी गई और सरपंच पीसीआर दस्ते के साथ मृतकों के घर पर पहुंचा। इस दौरान पीसीआर दस्ते ने कोठी का ताला तोड़कर देखा तो तीनों लोगों को मृत देखकर सन्न रह गए। रिटायर्ड एएसआई कुलदीप सिंह(65) का शव घर की लॉबी में फर्श पर पड़ा था। जबकि बेटे गुरविंदर सिंह पाली ग्रेवाल (32) और पत्नी परमजीत कौर(61) पम्मी का शव कमरे में बेड पर पड़ा था। पीसीआर दस्ते ने तुरंत पुलिस अधिकारियों को सूचित किया। सूचना मिलने पर पुलिस कमिश्नर मनदीप सिंह सिद्धू अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। पुलिस ने घर की जांच की तो हमलावरों ने घर से रिवाल्वर, सोना और नकदी भी लूटी है।
जांच में सामने आया है कि हमलावरों ने तीनों के सिर और चेहरे पर वार किए हैं। ज्यादातर वार उनके चेहरों पर किए गए हैं। यह भी आशंका है कि हत्या के वक्त तीनों सो रहे थे। मृतकों के शरीर पर खून सूख चुका था। तीनों का शरीर डी-कंपोज होना शुरू हो गया था।
रिश्तेदारों के मुताबिक मृतक एएसआई की पुत्रवधु और गुरविंदर की पत्नी गर्भवती है। जो दो दिन पहले ही मायके गई थी। इसी के चलते उसकी जान बच गई यदि वह भी अपने ससुराल होती तो उसकी भी हत्या हो सकती थी हत्यारों ने परिवार को मारने के बाद जमकर तोड़फोड़ की। उन्होंने घर के अंदर के कपड़े बिखेर दिए। इससे पुलिस इसे लूट मान रही है। हालांकि यह भी आशंका है कि निजी रंजिश के चलते वारदात की गई हो और बाद में इसे लूट दिखाने की कोशिश की गई हो।
इस तिहरे हत्याकांड पर बात करते हुए पुलिस कमिश्नर मनदीप सिद्धू ने कहा कि पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल पहुंचा दिया है। प्रथम दृष्टि में यह लूट की वारदात लग रही है लेकिन पुलिस इस केस की सभी थ्यौरी को सामने रखकर जांच कर रही है। इस हत्याकांड की असल वजह क्या रही होगी यह जल्द सामने आ जाएगा।
यह भी पढ़ें : Gobindgarh Fort Amritsar : मिट्टी का दुर्ग वह गोबिंदगढ़ किला जिसमें कभी रखा जाता था कोहिनूर हीरा