इंडिया न्यूज, Ankara, (Turkey-Syria Earthquake Deaths) : तुर्की और सीरिया में 6 फरवरी को आए भूकंप में मरने वालों की संख्या 45 हजार से भी आगे बढ़ चुकी है। वहीं आपको यह भी बता दें कि रेस्क्यू टीम ने अंताक्या में 12 दिन बाद (278 घंटे) हकन यासिनोग्लू नाम के एक युवक को जिंदा बाहर निकाला है। जैसे ही टीम ने उसे निकाला तो उन्होंने सबसे पहले बचाव कर्मियों से सवाल किया कि क्या मेरा परिवार जिंदा है? मुझे उनकी आवाज सुननी है।
दोनों देशों में हालात बद से बदतर हैं। विश्वभर से कई देश अब सहायता को आगे आ चुके हैं। वहीं इस हालात में भी कुछ लोग ऐसे हैं जो मानवता को ठेस पहुंचाकर भूकंप के बारे में भड़काऊ पोस्ट साझा करके डर और दहशत पैदा कर रहे हैं। इस मामले में तुर्की पुलिस ने 78 लोगों को गिरफ्तार किया है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि यहां टैक्टोनिक प्लेट्स 10 फीट तक खिसक चुकी है। वहीं इटली के सीस्मोलॉजिस्ट डॉक्टर कार्लो डोग्लियोनी का कहना है तुर्किये सीरिया की तुलना में लगभग 20 फीट अंदर धंस गया हो। वहीं सीरिया के अलेप्पो शहर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने हर किसी की रूह को कंपा दिया।
यहां रेस्कयू टीम बचाव कार्य में जुटी हुई थी कि यहां मलबे के ढेर के नीचे बच्चे की किलकारी की गूंज सुनाई दी। टीम ने जब मलबा उठाकर देखा तो दंग रह गई क्योंकि यहां मलबे के नीचे दबी मां ने बेटी को जन्म दिया और फिर दम तोड़ दिया। जन्म के करीब 10 घंटे बाद रेस्क्यू टीम बच्ची को बाहर निकाला है। फिलहाल बच्ची सकूलशल है।
वहीं भूकंप से हुए हादसे की एक वीडियो सामने आई है जोकि सीरिया के जिंदरिस की है। इसमें एक पिता अपनी मृत बच्ची जोकि मलबे में दबी हुई है उसका हाथ पकड़े हुए लगातार रो रहा है। उसके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। लगातार वह बच्चे को चूम रहा है।
सीरिया में एक छोटी बच्ची सामने आई जिसका पूरा परिवार ही इस भूकंप की चपेट में आकर जान गंवा चुका है। वहीं एक अन्य वीडियो में जख्मी बच्चे को एक पालने में लेटे देखा जा रहा है। उसके हाथ में बैंडेड लगी है और वह केला खाते नजर आ रहा है।
तुर्किये के हताय शहर से भी एक वीडियो खूब वायरल हो रही है जिसने सभी के दिलों को छू लिया है। यहां रेस्क्यू टीम ने एक 7 वर्षीय बच्ची को मलबे में से सुरक्षित बाहर निकाल लिया। बच्ची लगातार रो रही थी। उसने रेस्क्यू टीम से पूछा- मेरी मां कहां है?
वहीं सीरिया में एक अति भावनात्मक वीडियो भी सामने आई है जिसमें नजर आ रहा है कि एक बच्ची अपने छोटे भाई के साथ 17 घंटे तक मलबे के नीचे दबी हुई है और रेस्क्यू टीम कह रही है कि अंकल आप मुझे यहां से बाहर निकाल दो, मैं आपकी हमेशा सेवक बनकर रहूंगी। टीम द्वारा दोनों बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
तुर्की के शहर कहरामनमारस में भी एक पिता अपनी मृत बेटी का हाथ थामे बैठा रहा। उसकी 15 साल की बेटी की मलबे के नीचे दबने से मौत हो गई।
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