इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Ukraine Crisis रूस के गुरुवार अलसुबह से किए गए हमले के पहले दिन यूक्रेन (Ukraine) में 137 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि विश्व ने हमें अकेला छोड़ दिया है, लेकिन हम किसी भी तरह से हिम्मत नहीं हारेंगे। मालूम हो कि रूसी सेना ने यूक्रेन के चेर्नोबिल (chernobyl) स्थित परमाणु संयंत्र पर भी अपना कब्जा जमा लिया है। चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र यूक्रेन का वही न्यूक्लियर प्लांट है, जिस पर दूसरे विश्व युद्ध के बाद अप्रैल, 1986 में दुनिया की सबसे भयावह दुर्घटना हुई थी। उस दौरान यूरोप में सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाई कर यूक्रेन को तीनों ओर से घेरकर इस देश पर हमला किया गया था और विस्फोटों से पूरे यूरोप में रेडिएशन हो गया था। यूक्रेन की राजधानी से कीव से यह प्लांट 130 किमी है। उस समय हुए हमलों में यूक्रेन की सुरक्षा-व्यवस्था पूरी तरह धराशायी हो गई थी।
देश में पेट्रोल पंपों हों या एटीएम, हर जगह भारी भीड़ देखी गई। कहीं एटीएम में रुपए खत्म हो गए तो लोगों को और परिशानियों का सामना करना पड़ा। खाने-पीने के सामान की दिक्कत होने लगी। लोग रोते बिलखते एक दूसरे के बीच ढांढस बंधाते देखे गए। ज्ञात रहे कि अलसुबह कीव के अलावा यूक्रेन के खार्किव, निप्रो दोनेत्सक और लुहान्सक व खेशत्यक में हमले किए।
यूक्रेन में रूसी हमलों के बीच होटलों में भी डर का माहौल गया। होटल संचालकों ने होटलों में ठहरे लोगों को कुछ ही मिनटों में होटल खाली करने के निर्देश दे दिए। को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए बोल दिया गया है। इसके बाद होटलों के बाहर भी खासी भीड़ देखी गई। लोग दहशत के साये में इधर उधर भागते देखे गए। कोई मेट्रो स्टेशन की तरफ तो कोई बस स्टैंड जाता देखा गया। कुछ ट्रेनें कैंसिल कर दी गइं जिसके कारण लोग स्टेशनों पर ही फंसें रहे गए।
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