भारी हिमपात के बाद संगड़ाह की किसी भी सड़क पर यातायात बहाल नहीं
रमेश पहाड़िया, नाहन।
Unique wedding In Himachal आपने शादी-ब्याह के कई किस्से सुने होंगे, लेकिन ऐसा पहली बार सुना होगा कि कोई दूल्हा अपनी जीवन संगिनी को लेने जेसीबी में बारात लेकर पंहुचा हो। जी हां, ऐसा ही एक मामला हिमाचल के जिला सिरमौर गिरिपार के संगड़ाह में सामने आया, जहां पहली बार जेसीबी में बारात गई हो। इलाके मेंतीन फुट के करीब बर्फ से ढके संगड़ाह-गत्ताधार-शिलाई मार्ग पर एक बारात को जेसीबी में ले जाना पड़ा। दरअसल डिग्री कॉलेज संगड़ाह के साथ लगते जावगा से बारात सौंफर गांव जाने वाली थी। संगड़ाह से 8 किलोमीटर आगे बंद सड़क पर पहले तो जेसीबी से बर्फ हटाने की कोशिश की गई, मगर जब बात न बनी तो जेसीबी में ही आधा दर्जन बाराती चले गए। गत रात्रि लौटते वक्त दो मशीनों की व्यवस्था करनी पड़ी तथा सोमवार सुबह शादी की शेष रस्में हुई। bride and groom jcb ride
उपमंडल संगड़ाह के ऊपरी हिस्सों मे शनिवार से हिमपात का सिलसिला जारी है और दो से तीन फुट के करीब बर्फ के चलते डेढ़ दर्जन पंचायतों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है।दूल्हे के पिता जगत सिंह ने आगे जाने के लिए जेसीबी का इंतजाम किया, इसमें दूल्हा विजय प्रकाश, भाई सुरेंद्र, पिता जगत सिंह, भागचंद व फोटोग्राफर को बिठाकर 30 किलोमीटर सफर तय कर गांव रतवा पहुंचे। वहां पर विवाह की सारी रस्में निभाई और जेसीबी में ही दुल्हन लेकर वापस लौटे। sirmour news
गिरिपार क्षेत्र के गत्ताधार गांव में भी बारिश और बर्फबारी से सड़क बंद होने के कारण एक दूल्हे को करीब 100 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर कर अपनी अर्धांगिनी तक पहुंचने के लिए तय करना पड़ा। यदि मार्ग बंद नहीं होता तो यह दूरी केवल 40 किलोमीटर ही थी। गताधार गांव से रविवार को दूल्हा रामलाल, भाई वीरेंद्र, मामा गोपाल सिंह बरात लेकर दुल्हन लेने करीब 100 किलोमीटर अतिरिक्त सफर तय कर उपमंडल संगड़ाह के ग्राम डूंगी पहुंचे। भले ही बारात को मुहूर्त के हिसाब से आठ बजे प्रात: निश्चित समय पर पहुंचना था, लेकिन गत्ताधार संगड़ाह मार्ग पर भारी बर्फबारी के चलते उन्हें वाया शिलाई, पांवटा साहिब मार्ग चुनना पड़ा। इसमें भी कई जगह पैदल चलना व गाड़ियों को बदलना पड़ा। जो सफर दो घंटे में तय करना था, वह मार्ग बंद होने के कारण 12 घंटे में पूरा हुआ।
गौर हो कि भारी बर्फबारी के चलते क्षेत्र की संगड़ाह-चौपाल, हरिपुरधार-नौहराधार, संगड़ाह-गत्ताधार व नौहराधार-संगड़ाह आदि सड़कों पर सोमवार को तीसरे दिन भी यातायात व्यवस्था ठप रही। लोक निर्माण विभाग मंडल संगड़ाह मे एक भी स्नोकटर नहीं है और जेसीबी से बर्फ हटाने में ज्यादा समय लग जाता है। इन सड़कों के बंद होने से 150 के करीब गाड़ियां जगह-जगह फंसी हैं, जिनमे 2 दर्जन बर्फ देखने आए लोगों की बताई जा रही है। उपमंडल की डेढ़ दर्जन पंचायतों मे हिमपात के चलते यातायात के साथ-साथ विद्युत व पेयजल आपूर्ति भी बाधित है। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियन्ता संगड़ाह रतन शर्मा ने कहा कि, बर्फ हटाने के लिए 8 जेसीबी की व्यवस्था की गई है। hp news
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