मीडियाकर्मी बनकर आए थे हमलावर, सरेंडर किया
प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया कि हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए थे। वहीं घटना के बाद उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि हमलावरों ने दोनों भाइयों की हत्या के बाद तुरंत सरेंडर कर दिया। सीएम योगी ने वारदात की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। तीन सदस्यीय जूडिशियल इन्क्वायरी कमीशन के गठन के भी निर्देश दिए गए हैं।
अतीक की कनपटी पर सटाकर गोली मारी गई जबकि अशरफ के सीने में पहली गोली लगी। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। हमलावरों की पहचान लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य के रूप में हुई है। हमलावरों ने 16 सेकेंड में ही 10 राउंड फायरिंग की। पहली गोली चलाने के बाद वे लगातार पिस्टल का ट्रिगर दबाते रहे।
बहुजन समाज पार्टी के विधायक राजू पाल हत्याकांड के प्रमुख गवाह रहे उमेश पाल और उसके दो सुरक्षाकर्मियों की इसी साल 24 फरवरी को प्रयागराज में एक ताबड़तोड़ गोलियां चला कर हत्या कर दी गई थी। इसी मामले में वांछित अतीक के बेटे असद अहमद और शूटर गुलाम हसन को इसी सप्ताह गुरुवार को एसटीएफ ने झांसी में मार गिराया था। भारी सुरक्षा के बीच दोनां को कल सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया है। प्रयागराज के कसारी और मसारी कब्रिस्तान में असद का शव दफनाया गया।
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