India News Haryana (इंडिया न्यूज), UP Hathras Stampede : उत्तर प्रदेश (UP) एसटीएफ द्वारा हाथरस हादसे के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके ऊपर पर 1 लाख रुपए का ईनाम रखा गया था। वह हादसे के बाद से ही फरार था। एसटीएफ की टीम ने दिल्ली के नजफगढ़ स्थित एक अस्पताल से मधुकर को गिरफ्तार किया। हादसे में 121 लोगों की मौत हो गई थी और कई जख्मी हुए थे।
बाबा सूरजपाल के वकील होने का दावा करने वाले सीनियर एडवोकेट एपी सिंह का कहना है कि मधुकर ने एसटीएफ के समक्ष सरेंडर किया है। दावा किया जा रहा है कि मधुकर को यूपी पुलिस की एसटीएफ को सौंप दिया गया है। हालांकि पुलिस की तरफ से अभी तक कोई ऐसी जानकारी नहीं मिली।
आपको जानकारी दे दें कि हाथरस भगदड़ मामले में अब तक 7 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। आईजी अलीगढ़ रेंज शलभ माथुर ने गुरुवार को बताया था कि 6 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इन आरोपियों में 2 महिलाएं व 4 पुरुष शामिल हैं। अब मधुकर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है जिसके बाद अब तक 7 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। ये आयोजन समिति वही लोग में थे और पंडाल का व्यवस्था करना, भीड़ इकट्ठा करने संबंधी काम यही लोग करते थे। वहीं मधुकर ही हाथरस में हो रहे सत्संग का मुख्य आयोजक था।
भोले बाबा को पाखंड के केस में पहली बार तत्कालीन पुलिस अधिकारी तेजवीर सिंह ने जेल का रास्ता दिखाया था। उन्होंने बताया कि वह 2000 में आगरा स्थित शाहगंज थाने में वो एसएचओ थे। तब एक दिन उन्हें सूचना मिली थी कि कोई बाबा एक मृत बालिका को मुंह में दूध डालकर जिंदा करने का प्रयास कर रहा है। लगभग 2- 3 घंटे तक यह क्रम चलता रहा पर मृत बच्ची जिंदा नही हुई। तेजवीर सिंह ने कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर बाबा को उनके 5 अनुयायियों के साथ गिरफ्तार किया और सभी को जेल भेजा गया था।
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