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Uzbekistan SCO SUMMIT 2022 : विश्व में तेजी से बढ़ रही भारतीय अर्थव्यवस्था : मोदी

• LAST UPDATED : September 16, 2022

इंडिया न्यूज। Uzbekistan SCO SUMMIT 2022 : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज कोविड 19 महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के मद्देनजर भारत को एक विनिर्माण केंद्र बनाने की बात को फिर दोहराया। इस दौरान पीएम ने 22वें शिखर सम्मेलन (22nd Summit) में संबोधित करते हुए कहा कि पूरी दुनिया कोरोना महामारी पर काबू पा रही है। कोरोना और यूक्रेन संकट के कारण वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में कई व्यावधान सामने आए हैं। हम भारत को एक विनिर्माण केंद्र में बदलना चाहते हैं।

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देश में 70,000 से अधिक स्टार्ट-अप और 100 से अधिक यूनिकॉर्न

पीएम मोदी ने यह भी कहा कि हम एक जन-केंद्रित विकास मॉडल पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हर क्षेत्र में हम नवाचार का समर्थन कर रहे हैं। आज, हमारे देश में 70,000 से अधिक स्टार्ट-अप और 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं। भारत की अर्थव्यवस्था के इस साल 7.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है।

मुझे खुशी है कि हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। इसी दौरान प्रधानमंत्री ने पड़ोसी देशों के बीच खाद्य आपूर्ति के “पारगमन अधिकार” का मुद्दा भी उठाया, जिसमें कहा गया कि भारत को पाकिस्तान के माध्यम से अफगानिस्तान को आपूर्ति भेजने में कई महीने लग गए।

उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति ने किया पीएम का स्वागत

इससे पहले, उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव ने 22वें एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए समरकंद में कांग्रेस केंद्र में पीएम मोदी का स्वागत किया। भारत उनकी अध्यक्षता की सफलता की दिशा में उज्बेकिस्तान के साथ मिलकर काम कर रहा है। दुनिया में कोविड महामारी की चपेट में आने के बाद यह पहला इन-पर्सन एससीओ शिखर सम्मेलन है। अंतिम व्यक्तिगत रूप से एससीओ राष्ट्राध्यक्षों का शिखर सम्मेलन जून-2019 में बिश्केक में आयोजित किया गया था।

एससीओ में ये देश शामिल

एससीओ में वर्तमान में आठ सदस्य राज्य (चीन, भारत, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान), चार पर्यवेक्षक राज्य पूर्ण सदस्यता (अफगानिस्तान, बेलारूस, ईरान और मंगोलिया) और छह डायलॉग पार्टनर्स (आर्मेनिया, अजरबैजान, कंबोडिया, नेपाल, श्रीलंका और तुर्की) शामिल हैं।

एससीओ में विभिन्न नए क्षेत्रों में संभावनाएं

पीएम ने संबोधित करते हुए यह भी कहा कि एससीओ में विभिन्न नए क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं, जिसमें सभी सदस्य-राज्य अभिसरण हित पा सकते हैं। भारत पहले ही स्टार्टअप्स और इनोवेशन, साइंस एंड टेक्नोलॉजी और ट्रेडिशनल मेडिसिन में सहयोग के लिए कड़ी मेहनत कर चुका है।

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