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World No Tobacco Day 2023 : हरियाणा में हर वर्ष 800 कैंसर मरीज आने से भयावह स्थिति

• LAST UPDATED : May 31, 2023
  • 2020-2022 के बीच हरियाणा में 888 लोगों की कैंसर से मौत
  • भारत में तंबाकू के सेवन से हर साल 10 मिलियन से ज्यादा मौतें
  • पंजाब हुक्का बार पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने वाला देश का दूसरा राज्य

India News (इंडिया न्यूज), World No Tobacco Day 2023, चंडीगढ़ : अंतरराष्ट्रीय तंबाकू निषेध दिवस है और इस मौके पर एब बार फिर देशभर में तंबाकू से होने वाले नुकसानों के बारे में बताया जाता है। जी हां, इसी दिन हरियाणा और पंजाब स्वास्थ्य विभाग भी तंबाकू से होने वाले नुकसान से अवगत करवाएगा। विशेषज्ञों की मानें तो हरियाणा में हर वर्ष औसतन 800 के करीब कैंसर के नए केस सामने आ रहे हैं।

विश्वभर के 12% धूम्रपान करने वाले अकेल भारत में ही

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार भारत में तंबाकू के सेवन से हर वर्ष 10 मिलियन से ज्यादा मौतें होती हैं। दुनिया भर के 12% धूम्रपान करने वाले अकेल भारत में ही रहते हैं। तंबाकू के अधिक सेवन के चलते ऐसे मामले लगातार बढ़ रहे हैं। उधर पंजाब सेहत विभाग ने 13,000 पंचायतों को तंबाकू के सेवन से बचने या इसे न बेचने का संकल्प दिलाने का निर्णय लिया है।

हरियाणा में 100 में से 30 मरीजों में कैंसर का कारण बना तंबाकू

हरियाणा की बात करें तो इस प्रदेश में हर वर्ष सामने आने वाले औसतन 800 के करीब कैंसर के नए मामलों में से 100 मरीजों में 30 मरीजों में कैंसर का कारण तंबाकू ही है। इन केसों में मरीज के मुंह, जीभ और फेफड़ों के कैंसर के मामले सामने आ रहे हैं।

राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण की रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा में 29.1% पुरुष तंबाकू का सेवन करते हैं। इनमें तंबाकू, सिगरेट, हुक्का, गुटखा और खैनी जैसे नशीले पदार्थ शामिल भी हैं। इसके मुकाबले देश में 38 प्रतिशत पुरुष तंबाकू आदि नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं।

3 वर्षों में कैंसर के इतने मरीज बढ़े

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम की रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा में 2020 से 2022 तक कैंसर के 1632 मरीज बढ़े हैं जिनमें स्तन, मुंह व गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के अधिक मामले सामने आए हैं। आंकड़े देखें तो 2020 में हरियाणा में 29,219 कैंसर के केस दर्ज किए गए थे। इसके बाद 2022 में कैंसर के 1632 केस बढ़ने के साथ 30851 मामले दर्ज किए गए। खास चीज यह है कि नए केसों के साथ साथ कैंसर से होने वाली मौतों की संख्या भी बढ़ रही है। 2020-2022 के बीच हरियाणा में 888 लोगों की कैंसर से मौत दर्ज की गई है।

जाने ये हैं तंबाकू के दुष्प्रभाव

  • पेट का अल्सर
  • दांत में सड़न
  • विकृत शुक्राणू
  • फेफड़ों का कैंसर
  • मोतियाबिंद
  • बालों का झड़ना
  • दिल की बीमारी
  • बदरंग उंगलियां

तंबाकू को छोड़ें तो इस जानलेवा कैंसर से बचा जा सकता है

इस बारे में जानकारी देते हुए डॉ. अभिनव डागर, फेफड़े रोग विशेषज्ञ, मेडिकल कालेज करनाल ने कहा कि तंबाकू का सबसे ज्यादा असर फेफड़ों पर हो रहा है। यह फेफड़ों को कमजोर कर रहा है। ओपीडी में प्रतिदिन कई मरीज सांस लेने में तकलीफ की शिकायत लेकर आ रहे हैं और इस सबका कारण तंबाकू का सेवन है। इनमें से ही कैंसर के मरीज भी सामने आ रहे हैं। तंबाकू छोड़कर इस बीमारी से बचा जा सकता है।

पंजाब में 739 गांव तंबाकू मुक्त हुए

वहीं आपको बता दें की पड़ोसी राज्य पंजाब जल्द ही तंबाकू मुक्त होगा। राज्य का सेहत विभाग आज से 31 जुलाई तक 13 हजार से अधिक पंचायतों के तहत आने वाले गांवों के लोगों को तंबाकू का सेवन न करने और इसे न बेचने की शपथ दिलाएगा। तंबाकू का सेवन करने वालों और बेचने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा। राज्य के 739 गांव तंबाकू मुक्त हो चुके हैं।

तंबाकू नहीं बल्कि भोजन की आवश्यकता

विशेषज्ञों का कहना है कि हमें तंबाकू नहीं बल्कि भोजन की आवश्यकता है। यह थीम पूरे राज्य में गूंजेगा। पंजाब हुक्का बार पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने वाला देश का दूसरा राज्य है। तंबाकू की वजह से ब्लड प्रेशर बढ़ने के साथ-साथ कई अन्य बीमारियां हो सकती हैं। धूम्रपान की वजह से रक्त, ब्लैडर, सर्विक्स, फेफड़ों, लिवर, गुर्दे, ग्रसनी, पैनक्रियाज, मुंह, गले, लेरिंक्स, किडनी, कोलन, रेक्टम व पेट का कैंसर भी हो सकता है।

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