इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
World’s First Message Auctioned 30 साल पहले भेजे गए दुनिया के पहले टेक्स्ट मैसेज (SMS) की नीलामी 91.15 लाख रुपए में हुई है। इस एसएमएस को ब्रिटिश टेलीकॉम आपरेटर वोडाफोन (Vodafone) ने बिक्री की और मंगलवार को हुई इस नीलामी में एसएमएस को नॉन-फंजिबल टोकन (NFT) के रूप में बेचा गया। हालांकि इसे किसने खरीदा, इसका खुलासा नहीं हुआ है।
15-अक्षर वाला यह मैसेज 30 साल पहले, 3 दिसंबर 1992 को लिखा गया एक सिंपल लेकिन चियरफुल था जिसमें मेरी क्रिसमस (Merry Christmas) लिखा था। इस मैसेज को नील पापवर्थ (Neil Papworth) द्वारा वोडाफोन के नेटवर्क के माध्यम से लिखा गया था और वोडाफोन के कर्मचारी रिचर्ड जार्विस ने क्रिसमस पार्टी के मौके पर रिसीव किया था।
उस समय 22 वर्षीय ब्रिटिश प्रोग्रामर नील पैपवर्थ ने कंप्यूटर से पहला शॉर्ट मैसेज सर्विस (SMS) भेजा था और फिर मॉडर्न मैसेजिंग की शुरूआत हुई। 2017 में, नील पैपवर्थ ने कहा था कि 1992 में, मुझे नहीं पता था कि टेक्स्टिंग इतनी लोकप्रिय हो जाएगी और यह लाखों लोगों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले इमोजी और मैसेजिंग ऐप को जन्म देगा।
वोडाफोन ने कहा कि नीलामी से प्राप्त होने वाली राशि का इस्तेमाल यूनाइटेड नेशंस रिफ्यूजी एजेंसी (यूएनएचसीआर) को दी जाएगी। यह नीलामी पेरिस के अगट्स आॅक्शन हाउस ने कराई थी और उन्होंने 1-2 लाख यूरो में इसके बिकने का अनुमान लगाया था। कानूनी कारणों से नीलामी के जरिए दुनिया के इतिहास का पहला एसएमएस एनएफटी के रूप में हासिल करने वाले को टैंजिबल एसेट्स भी मिलेंगे जिसमें एक डिजिटल पिक्चर फ्रेम होगा ताकि एसएमएस का प्रदर्शन किया जा सके।
वोडाफोन इस ऐतिहासिक टेक्स्ट मैसेज को एक एनएफटी के रूप में नीलाम करेगी। इस टेक्स्ट को अब एक एनएफटी के रूप में फिर से बनाया गया है, जो अनिवार्य रूप से एक डिजिटल रसीद है। आइकॉनिक टेक्स्ट मैसेज की नीलामी पेरिस में अगुट्स आक्शन हाउस द्वारा की जाएगी। लकी खरीदार टेक्स्ट मैसेज के वास्तविक संचार प्रोटोकॉल की विस्तृत और यूनिक रिप्लिका के एक्चुअल स्वामित्व वाला एकमात्र मालिक होगा।
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