India News (इंडिया न्यूज), Wrestlers Decision,हरिद्वार : भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने हर की पौड़ी पर अपने पदक गंगा में बहाने का फैसला बदल दिया है। पहलवान मेडल बहाने के लिए हरिद्वार पहुंच गए थे। इसका पता चलते ही किसान नेता नरेश टिकैत वहां पहुंचे। नेता ने पहलवानों से बात कर उन्होंने 5 दिन का समय लिया है। टिकैत ने पहलवानों से मेडल्स और मोमेंटो वाली पोटली भी ले ली है। सभी खिलाड़ी एक ही गाड़ी से हरियाणा के लिए रवाना हो गए हैं।
इससे पहले साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट करीब एक घंटे तक हर की पौड़ी में मेडल पकड़कर रोते रहे। इससे पहले गंगा कमेटी पहलवानों के खिलाफ खड़ी हो गई थी। उन्होंने कहा कि यह (हर की पौड़ी) पूजा की जगह है न कि राजनीति की।
उधर बृजभूषण शरण सिंह द्वारा 5 जून को अयोध्या में महारैली बुलाए जाने की जानकारी सामने आ रही है। इसमें संत भाग लेंगे। बृजभूषण और संतों का कहना है कि पॉक्सो एक्ट का फायदा उठाकर कई लड़कियों द्वारा इसका दुरुपयोग किया जा रहा है।
इधर दंगल गर्ल गीता फोगाट का भी कहना है कि हर खिलाड़ी का देश के लिए मेडल जीतकर तिरंगा विदेशों में फहराने का एक बड़ा सपना होता है। आज आंखों में आंसू आ गए कि हमारे पहलवान वही मेडल आज गंगा में बहा देंगे।
वहीं जैसे ही मेडल बहाने की जानकारी हरियाणा राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा को मिली तो उन्होंने पहलवानों के फैसले पर कहा कि देश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों से मेरी अपील है कि वे अपने मेडल गंगा में न बहाएं। आपको ये मेडल भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की कृपा से नहीं मिले।
उधर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा यह मेडल देश व तिरंगे की शान है। हमारा सभी पहलवानों से अनुरोध है कि ऐसा कदम मत उठाएं। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से अनुरोध है कि पहलवानों की जल्दी सुध लें।
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