इंडिया न्यूज, Bengaluru (Karnataka) : कर्नाटक में एक 5 साल की बच्ची में जीका वायरस की पुष्टि हुई है और उसे ऐहतियाती कदम उठाने की सलाह दी गई है। पुणे लैब में उक्त वायरस सामने आया है। इस बारे में
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के. सुधाकर (dr. Sudhakar) ने कहा कि राज्य में यह पहला मामला है और सरकार बहुत सावधानी से स्थिति की निगरानी कर रही है। वहीं हमारा विभाग भी उक्त वायरस से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
वहीं महाराष्ट्र में भी जीका वायरस का एक मामला सामने आया है। बावधन पुणे शहर में एक 67 वर्षीय व्यक्ति रोगी पाया गया, वह मूल रूप से नासिक का रहने वाला है और 6 नवंबर को पुणे आया था। 22 अक्टूबर को उन्होंने सूरत की यात्रा की थी। 30 नवंबर को नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी ने उनमें जीका वायरस के संक्रमण की पुष्टि की थी। वर्तमान में, रोगी चिकित्सकीय रूप से स्थिर है और उसे कोई जटिलता नहीं है।
भविष्य के प्रकोप को कम करने के लिए पुणे शहर में जीका वायरस का एक एंटोमोलॉजिकल सर्वेक्षण किया जा रहा है। जीका वायरस को ब्राजील में 2016 के प्रकोप के बाद की महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमारियों में से एक माना जाता है। मुख्य रूप से उक्त वायरस एडीज मच्छर द्वारा प्रेषित वायरस के कारण होता है, जो दिन के दौरान काटता है, इस बीमारी के लक्षणों में हल्का बुखार, चकत्ते, नेत्रश्लेष्मलाशोथ, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, अस्वस्थता या सिरदर्द शामिल है।
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