होम / Hijab Ban: इन इस्लामिक देशों में हिजाब और दाढ़ी पर है प्रतिबंध, मुसलमानों की ज्यादा आबादी के बावजूद भी क्यों है ऐसा?

Hijab Ban: इन इस्लामिक देशों में हिजाब और दाढ़ी पर है प्रतिबंध, मुसलमानों की ज्यादा आबादी के बावजूद भी क्यों है ऐसा?

• LAST UPDATED : November 13, 2024

India News Haryana (इंडिया न्यूज), Hijab Ban: जैसे ही आप मुस्लिम देश का नाम सुनते होंगे तो आपके दिमाग में केवल इस्लाम धर्म के सख्त नियम और महिलाओं पर लगे प्रतिबन्ध आते होंगे। सूत्रों के मुताबिक आज भी कई मुस्लिम देश ऐसे हैं जहाँ हिजाब और दाढ़ी जैसे नियमों पर प्रतिबन्ध है। इन्ही देशों के बीच एक मुस्लिम देश ऐसा है जहां पर हिजाब पहनना या दाढ़ी रखना पूरी तरह से मना है। ताजिकिस्तान में इन नियमों को अपनाने पर सख्त एक्शन लिया जाता है। आपको बता दें ताजिकिस्तान संवैधानिक रूप से धर्मनिरपेक्ष है। लेकिन यहां पर 95 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम आबादी रहती है।

  • जानिए इस देश के नियम
  • इस्लामिक किताबों पर भी लगा बैन

अब पुरुषों को कभी नहीं होगा कैंसर!

जानिए इस देश के नियम

कहा जाता है कि यहाँ 18 साल से कम उम्र की महिला छात्राओं को हिजाब पहनने से रोकने वाले भी नियम हैं। 18 साल से कम उम्र के बच्चे अंत्येष्टि को छोड़कर सार्वजनिक धार्मिक गतिविधियों में भाग नहीं ले सकते। वहीं कानून प्राइवेट समारोहों जैसे अंतिम संस्कार और शादियों को भी कंट्रोल करता है। ऐसा नहीं है कि यहां ये सभी चीजें बैन हैं। लेकिन इसे सरकार कंट्रोल करती है, यानी ऐसे नियमों कोअपनाने से पहले इजाजत लेना अनिवार्य है। साथ ही इन धार्मिक समारोह में कितने लोग शामिल होंगे ये सरकार की ओर से तय होगा। लेकिन ऐसा नहीं है कि 2024 में स्थितियां बदल गई हैं। आज भी वहाँ धर्म से जुड़े सारे नियम सरकार के कंट्रोल में हैं।

Kuldeep Bishnoi: बिश्नोई महासभा में बवाल, कुलदीप बिश्नोई को पद से हटाया, देवेंद्र बूड़िया ने दिया बड़ा बयान

इस्लामिक किताबों पर भी लगा बैन

हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि, 2022 में दुशानबे में इस्लामिक किताबों की दुकानों को जबरदस्ती बंद कर दिया गया था।साथ ही सरकार की मंजूरी के बिना धार्मिक सामग्री का आयात भी नहीं किया जा सकता था। लेकिन 2023 में लगे इन प्रतिबंधों को हटा दिया गया क किताबों का आयात निर्यात होने लगा। कथित तौर पर फिर खोली गई दुकानों को अब इस्लामी किताबें बेचने की इजाजत नहीं है। वहीं ताजिकिस्तान सरकार कट्टरपंथ को रोकने के लिए अपनी नीतियों को आवश्यक बताती है।

अब पुरुषों को कभी नहीं होगा कैंसर!

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT