होम / Breathlessness Treatment : सांस फूलने की परेशानी से राहत देंगे ये घरेलू उपाय

Breathlessness Treatment : सांस फूलने की परेशानी से राहत देंगे ये घरेलू उपाय

• LAST UPDATED : February 17, 2024

India News (इंडिया न्यूज़), Breathlessness Treatment : बहुत से लोग गलतफहमी के चलते डिसप्निया (सांस फूलना रोग को दमा रोग ही समझ लेते हैं, लेकिन डिसप्निया (सांस फूलना) और दमा (एस्थमा) रोग में थोड़ा सा फर्क होता है। कई लोगों को गलतफहमी होती है कि मोटा होने की वजह से ही सांस फूलती है, पर ऐसा कुछ नहीं है, पतले लोगो की भी ऐसे ही सांस फूलती है और इसका कारण हमारे शरीर में नहीं अपितु पर्यावरण में बढ़ रहे प्रदूषण, अस्वच्छ हवा में सांस लेना और गलत कार्यशैली भी हो सकती है।

2 प्रमुख कारणों से हो सकता है सांस फूलने का रोग

  • ज्यादा उम्र के लोगों को बारिश के मौसम में सांस की नली के पुराने जुकाम आदि रोगों के कारण
  • दिल की धड़कन का काफी तेज चलने के कारण

सांस फूलने का प्रभावी और घरेलू इलाज़

अंजीर : जिन लोगों की सांस फूलती है, उनके लिए अंजीर अमृत के समान है, क्योंकि अंजीर छाती में जमी बलगम और सारी गंदगी को बाहर निकाल देती है, जिससे सांस नली साफ़ हो जाती है और सुचारू रूप से कार्य करती है। इसके लिए आप तीन अंजीर गरम पानी से धोकर रात को एक बर्तन में भिगोकर रख दीजिये और सुबह खाली पेट नाश्ते से पहले उन अंजीरों को खूब चबाकर खा लीजिये। उसके बाद वह पानी भी पी लें। इस का प्रयोग लगातार एक महीने तक कीजिये। इसके प्रयोग से फर्क आपको खुद ही महसूस होने लगेगा।

तुलसी (Basil) और सौंठ (dry ginger) का काढ़ा : तुलसी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है और श्वसन तंत्र पर बाहरी प्रदूषण और एलर्जी के हमले से रक्षा करने में समर्थ है, इसलिए जिनको भी सांस फूलने की या दमे की शिकायत हो, उन लोगों को तुलसी से बने इस काढ़े का इस्तेमाल अवश्य ही करना चाहिए। इसके लिए आधा कप पानी में 5 तुलसी की पत्ती, एक चुटकी सौंठ पाउडर, काला नमक और काली मिर्च डालकर उबाल लें। ठंडा करके जब यह काढ़ा गुनगुना सा रह जाए, तब इसका सेवन करें। नित्य प्रति इस काढ़े के सेवन से आपके सांस फूलने की समस्या जड़ से समाप्त हो जाएगी।

अजवायन (Thymes) : सांस फूलने की समस्या अक्सर श्वास नली में सूजन या श्वास नली में कचरा आ जाने की वजह से ही उत्पन्न होती है। श्वास नली को साफ़ करने का सबसे प्रभावी तरीका होता है- स्टीम या भाप लेना। भाप लेने से यदि श्वास नली में सूजन है तो उसमें आराम हो जाता है और कचरा भी निकल जाता है तो इसके लिए आपको अजवायन पीसकर पानी में उबालनी है। फिर इस अजवायन वाले पानी की भाप लेनी है व इसे गुनगुना पी भी लें। क्योंकि अजवायन की भाप सूजन को खत्म और दमे और सांस फूलने की समस्या में राहत दिलाती है।

तिल का तेल (Sesame oil) : यदि ठंड की वजह से छाती जाम हो जाए या रात के समय दमे का प्रकोप बढ़ जाए और सांस ज्यादा फूलने लगे तो तिल के तेल को हल्का गर्म करके छाती और कमर पर गरम तेल का सेक करें। इस प्रकार आपकी छाती खुल जायेगी और आपको सांस फूलने की समस्या में राहत मिलेगी।

अंगूर (grapes) : सांस फूलने व दमा की समस्या में अंगूर बहुत लाभदायक होता हैं| इस समस्या में आप अंगूर भी खा सकते हैं या अंगूर का रस का भी सेवन कर सकते हैं। कुछ चिकित्सकों का तो यह दावा है कि दमे के रोगी को अगर अंगूरों के बाग में रखा जाए तो दमा, सांस फूलने या कोई भी श्वसन सम्बन्धी समस्या में शीघ्र लाभ पहुंचता है।

चौलाई (Amaranth) के पत्तों का रस : सांस फूलने की या श्वसन सम्बन्धी कोई भी समस्या हो यदि चौलाई के पत्तों का ताजा रस निकालकर और उसमे थोड़ा शहद मिलाकर प्रतिदिन सेवन किया जाए तो अतिशीघ्र लाभ पहुंचता है | चौलाई के पत्तों का प्रयोग आप किसी भी रूप में कर सकते हैं। चाहे तो चोलाई के पत्तों का साग भी खा सकते हैं। चोलाई के पत्ते इस समस्या में रामबाण औषधि है।

लहसुन (Garlic) : लहसुन भी सांस फूलने की समस्या में अत्यंत लाभकारी औषधि का कार्य करता है। इसके लिए लहसुन की 3 कलियों को दूध में उबालना है और फिर उस दूध को छानकर सोने से पूर्व पीना है। याद रहे इसके बाद कुछ भी न खायें या पिएं। कुछ ही दिनों के निरन्तर प्रयोग से आपको इसके चमत्कारी परिणाम देखने को मिलेंगे।

सौंफ (Fennel) : सांस फूलने की या श्वसन सम्बन्धी कोई भी समस्या हो यदि सौंफ का प्रयोग दैनिक दिनचर्या में हर रोज किया जाए तो आपको कभी सांस फूलने की समस्या आएगी ही नहीं, क्योंकि सौंफ में बलगम को साफ करने के गुण विद्यमान होते हैं। यदि दमे के रोगी और सांस फूलने वाले रोगी नियमित रूप से इसका काढ़ा इस्तेमाल करते रहें तो निश्चित रूप इस समस्या से निजात मिल जाएगी।

लौंग (Cloves) और शहद (Honey) : लौंग और शहद का काढ़ा पीने से श्वास नली की रुकावट दूर हो जाती है और श्वसन तंत्र मजबूत बनता है। इसके लिए 4 से 6 लौंग को एक कप पानी में उबाल लें और फिर उसमें शहद मिलाकर दिन में तीन बार थोड़ा-थोड़ा पीने से सांस फूलने की समस्या एकदम ठीक हो जाती है।

यह भी पढ़ें : Ginger Benefits for Health : अदरक एक, गुण अनेक, जानें क्या-क्या हैं इसके फायदे

यह भी पढ़ें : Sarvan Pandher : हर हाल में दिल्ली में पहुंचेंगे : सरवण सिंह पंधेर

यह भी पढ़ें : Farmer Protest Day 2 : किसान और पुलिस प्रशासन आमने-सामने, लगातार बनी हुई टकराव की स्थिति

यह भी पढ़ें : Farmers Protest at Shambhu Border : दिल्ली जाने के लिए अड़े किसान: पुलिस ने चलाई वाटर कैनन

Tags:

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT